दलित महिला को निर्वस्त्र कर पिटाई करने व चेहरे पर पेशाब फेंकने वाला दबंग को पुलिस ने दबोचा

पटना। पटना के खुसरुपुर के मोसिमपुर गांव की दलित महिला की निर्वस्त्र करके पिटाई के बाद चेहरे पर बेटे से पेशाब कराने वाले दबंग प्रमोद सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अभी दबंग का बेटा समेत 5 आरोपी फरार हैं। ग्रामीण एसपी सैयद इमरान मसूद ने कहा कि पेशाब कराने की बात की पुष्टि नहीं हुई है। जांच की जा रही है।

वहीं, मंगलवार को बिहार राज्य महिला आयोग की टीम पीड़िता से मुलाकात की। महिला का बयान दर्ज किया। महिला आयोग की सदस्य श्वेता विश्वास ने कहा, महिला ने जो बयान दिया है, उसी को संज्ञान लिया जाएगा। एसएसपी से बात करेंगे।

वहीं, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी पीड़ित महिला से मिलने पहुंचे। वे पीड़िता से मुलाकात की और 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की। उन्होंने कहा कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

एक अक्टूबर को करेंगे एनएच जाम

पप्पू यादव ने कहा कि दलित महिला पर हुए अत्याचार जघन्य अपराध है। सरकार से मांग करते है कि घटना में शामिल आरोपियों के घर ढाह दिया जाए। स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। इसके साथ ही पीड़िता को तत्काल 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो 1 अक्टूबर को हम लोग एनएच जाम करेंगे।

पीड़ित महिला को दिया गया दो लाख मुआवजा

पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति की महिला के साथ हुई मारपीट की घटना पर त्वरित संज्ञान लिया गया। पीड़ित महिला को अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिकार अधिनियम के तहत दो लाख रुपया की राशि सहायता के तौर पर उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है। इसमें एक लाख का मुआवजा भुगतान अकाउंट के माध्यम से पीड़िता को कर दिया गया है। इसके साथ ही चार्जशीट के बाद 50 हजार और कन्विक्शन के बाद 50 हजार रुपए दिया जाएगा।

सुलह के लिए डराया जा रहा है

इधर, पीड़िता को दबंग प्रमोद सिंह सुलह के लिए दबाव डाल रहा है। महिला ने बताया- सूद का पैसा लेने के लिए उसके घर के पास दबंग प्रमोद सिंह तीन-चार दिनों से मंडरा रहा था। डर से महिला घर से नहीं निकल रही थी।

पीड़िता ने बताया कि 23 सितंबर की रात करीब 10 बजे घर से निकली थी। इस दौरान घात लगाए बैठे प्रमोद ने देखते ही कहा-तुम्हारे पति को बंधक बनाकर रखे हैं। वह बुला रहा है। चलो, देख लो। नहीं तो जान से मार देंगे। पति को बंधक बनाने की बात कहने पर प्रमोद के घर चली गई। प्रमोद ने 15 मिनट तक घर में उसे रखा। कपड़ा उतरवाया। लाठी-डंडे से पीटा। सिर में गंभीर चोट है। बेटे द्वारा मुंह पर पेशाब करवाया। किसी तरह वहां से कपड़ा लपेटकर घर पहुंची। जिसके जख्म महिला के बॉडी पर साफ दिख रहा है। पीड़िता के दोनों बेटे और दोनों बेटियां रिश्तेदार के यहां हैं।

इधर, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्वेता विश्वास ने बताया कि आरोपी प्रमोद सिंह द्वारा उसे मारा पीटा गया और उसके बेटे अंशु कुमार के द्वारा महिला के मुंह पर पेशाब करवाया गया। महिला आयोग की टीम ने पीड़िता के जख्मों को भी देखा और उससे बात भी की।

श्वेता विश्वास ने बताया कि महिला ने अपने बयान में अभी तक कोई भी बदलाव नहीं किया है। शुरू से वह इसी बात पर है कि उसके साथ बर्बरता की गई है। महिला आयोग इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी निष्पक्ष जांच करेगी और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएगी।

महिला आयोग की टीम एसएसपी के सामने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए अपनी बात रखेगी। जल्द से जल्द इस पूरे मामले में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाएगी।

10 रुपये सैकड़ा चलता है सूदखोरी का धंधा

वहीं, स्थानीय लोगों के अनुसार, इलाके में सूदखोरी का धंधा खूब चल रहा है। 10 रुपये सैकड़ा के हिसाब से चलता है। 1500 रुपये का सूद ही साल भर में 1800 रुपये हुआ। पीड़िता के मुताबिक उसने दो साल पहले पैसा ले लिया था। इसी पैसे के लिए घटना घटी। आरोपी प्रमोद सिंह भी यही काम करता है।

3 माह पहले भी गाली-गलौज की थी, धमकी भी दी थी

पीड़िता ने बताया कि दो साल पहले बीमार पड़ गई थी। इलाज के लिए उससे 1500 रुपए कर्ज लिया था। धीरे-धीरे 1500 रुपए दे दिए। सूद का पैसा नहीं दिए। सूद का कितना पैसा था, उसने कभी नहीं बताया। करीब 3 माह पहले भी उसने गाली-गलौज की और धमकी दी थी। मैंने केस दर्ज नहीं कराया।

पीड़िता के बयान पर खुसरुपुर थाने में केस दर्ज

पीड़िता के बयान पर खुसरुपुर थाने में एससी-एसटी एक्ट और आईपीसी की 8 धाराओं में केस हुआ है। इनमें हत्या का प्रयास, छेड़खानी, धमकी से जुड़ी तीन धाराएं गैर जमानतीय हैं। वारंट के लिए कोर्ट में आवेदन दिया गया है।