होम्योपैथिक के एस्पीडोस्पर्मा-30 से बढ़ सकता है आपके शरीर का ऑक्सीजन लेबल

ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने में होम्योपैथी दवा कारगर : डॉ. महेंद्र शर्मा

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। कोरोना संक्रमण काल में जहां लोग एलोपैथिक दवाइयों के पीछे भाग रहे हैं और रेमडेशिविर व डेक्सामेथासोन की किल्लत हो गई है। वहीं, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में कोरोना की कई कारगर दवाइयां हैं, जिन पर लोगों का ध्यान नहीं हैं। होम्योपैथिक में शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने वाली दवाइयां भी हैं, जो बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं।

डॉक्टर महेंद्र शर्मा, पुराने रोगों के विशेषज्ञ, होम्योपैथी

होम्योपैथी के पुराने रोगों के विशेषज्ञ व एकहथा एपीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. महेंद्र शर्मा ने बताया कि पहली वेब और वर्तमान समय के वायरस में काफी भिन्नता है। वायरस में म्यूटेशन के कारण यह घातक हो गया है। इसीलिए यह वायरस युवाओं और बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है। कोरोना के इलाज में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति कारगर रही है। ऐसे वक्त में जब ऑक्सीजन सिलिडर के लिए त्राहि-त्राहि मची है और संक्रमितों का ऑक्सीजन लेवल तेजी से गिर रहा है।

होम्योपैथिक दवा एस्पिडोसपर्मा-30 से ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाया जा सकता है। इस दवा की दस-दस बूंदें दिन में तीन बार देने से ऑक्सीजन लेवल मेंटेन करता है। इसके साथ ही कार्बोवेज-30 की चार-चार बूंद दिन में तीन बार लेने से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल नीचे नहीं जाता है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वस्थ्य व्यक्ति को आर्सेनिक अल्बम-30 की पांच बूंद सुबह तीन दिन तक लेना है। अरलिया रेसमोसा 30 (aralia racemosa 30), एगेल फोलिया-30(Aegle Folia 30), ये दवा जाे लोग कोरोना संक्रमित हैं और होम क्वारेंटाइन में है वे ले सकते हैं। ये दवा आपको तेजी से रिकवर करने में मदद करेगा।


डॉ. महेंद्र शर्मा बताते हैं कि ऑक्सीन लेबल बढ़ाने में कार्बो वीईजी 30, वैनाडियम 30 और एसपीडो एसफार्मा प्रमुख हैं। इनमें कार्बो वीईजी 30 और वैनाडियम 30 की दो-दो बूंद सुबह, दोपहर, शाम, और रात को तीन-तीन घंटे बाद दी जा सकती है। जबकि एसपीडो एसफार्मा की 10-10 बूंद दिन में तीन बार देने से आक्सीजन के स्तर में सुधार होगा।

कोरोना से बचाव में कारगर दवाइयां
आर्सेनिक अल्बम-30 (5-5 बूंद प्रतिदिन सुबह)
एगेल फोलिया-30 (5-5 बूंद प्रतिदिन सुबह)
ब्रायोनिया-30 (5-5 बूंद प्रतिदिन सुबह)
विटामिन-सी (आंवला, नीबू, संतरा)
कैल्शियम (पनीर, दूध, शलगम, बादाम)
हल्दी-दूध (कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन)
तरल भोजन (दलिया, दाल का पानी, हरी सब्जी)