उद्यमियों को कारोबार को स्थापित करने और बढ़ाने में मदद करेगा चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स : राजीव रंजन प्रसाद

  • जीकेसी के चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स प्रकोष्ठ की पहली वर्चुअल बैठक संपन्न
  • मेधावी प्रतिभाओं को योग्यता के आधार पर अवसर प्रदान करेगा जीकेसी का चैम्बर ऑफ कॉमर्स प्रकोष्ठ : राजीव रंजन प्रसाद

पटना/ नई दिल्ली(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) का वाणिज्य प्रकोष्ठ चित्रांश चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स प्रकोष्ठ उद्यमियों को कारोबार को स्थापित करने और बढ़ाने में मदद करेगा।
चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स प्रकोष्ठ के सौजन्य से वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने की, जबकि संचालन चित्रांश चैम्बर ऑफ कामर्स के राष्ट्रीय संगठन महासचिव नवीन कुमार ने किया।

बैठक में अमेरिका, इंगलैंड, नेपाल समेत अनेक देशों के पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे।बैठक में व्यवसायियों की सुरक्षा एवं संप्रभुता की रक्षा के लिए कार्यक्रम तय किये गये हैं। इस अवसर पर राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि चित्रांश चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स की स्थापना का उद्देश्य चित्रांश वर्ग के सभी व्यापारियों को एक मंच प्रदान करना है। इस मंच के माध्यम से सभी कारोबारी अपने विचार साझा करेंगे।कायस्थ समाज के नए व्यवसायियों को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे वह अपने साथ-साथ समाज की भी उन्नति कर सकें।

नए व्यवसायियों को टिप्स एवं रिस्क से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ लोन और नई शुरूआत करने के बारे में बताया जाएगा। कारोबार से जुड़ी सरकार की नीतियों के बारे में भी व्यापारियों को अवगत कराया जायेगा। यह मंच व्यापार से जुड़ी समस्याओं पर समाधान प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि कौशल विकास को लेकर केंद्र सरकार की कई ऐसी योजनाएं है, जिनकी जानकारी न होने से व्यापारी वर्ग उनका फायदा नहीं उठा पाता है। इस मंच की ओर से व्यापारी वर्ग को उन योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।

श्री प्रसाद ने कहा कि चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स का मकसद पिछड़े वर्ग के व्यापारियों को हर तरह की मदद करना है। संगठन का उद्देश्य बिजनेस लीडरों को तैयार करना भी है। आने वाले समय में देशभर में प्रदर्शनियों और मेलों के आयोजन किये जायेंगे, जिससे उद्यमियों को अपने कारोबार को स्थापित करने और बढ़ाने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कुछ समस्याओं को हल करने के लिए प्रकोष्ठ के वित्तीय सलाहकार व्यापारियों को मदद करेंगे। चित्रांश चेंबर ऑफ कामर्स में ज्यादा संख्या में व्यवसायियों को जोड़कर और सशक्त बनाया जाएगा।

श्री प्रसाद ने कहा कि आज बेरोजगारी सबसे बड़ी परेशानी का सबब है। खासकर जब कोरोना काल में लोग सबसे ज्यादा आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं,कई नए व्यवसाय बंद होने के कगार पर है, वही स्थापित व्यवसायियों की स्थिति चरमरा रही है।लोग कई तरह की आर्थिक परेशनियों से जूझ रहे हैं, ..ऐसे में जीकेसी का चित्रांश चैंबर्स ऑफ कामर्स प्रकोष्ठ आशा की किरण बनकर संगठित होकर समाज को एक दिशा देने का काम करेगा। नई पीढ़ी की मूलभूत समस्याओं के निवारण के लिए भी एक दिशा निर्देश होगी जो एक व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनने में पूरा योगदान देगा।

धन और कौशल ही किसी भी व्यवसाय की आधारभूत ज़रूरत है, जब तक किसी व्यक्ति या टीम के पास ये दोनों अधारभूत संरचना नही होगी तो सफलता मुश्किल है। इसी दिशा में चित्रांश चैंबर्स ऑफ कामर्स युवाओं को,और योग्यता को स्थान देगा जिससे ऐसे लोग सम्मान की ज़िंदगी जी सकें।आज इस दिशा पर काम करना अत्यंत आवश्यक है, और चित्रांश चैंबर ऑफ कामर्स उसके लिए समर्पित है।

चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स के अध्यक्ष एवं दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय चन्द्र दास ने चित्रांश चैंबर्स ऑफ कामर्स से जुड़े सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वह अपना अपना सुझाव दें, इसके लिये क्या कार्यप्रणाली बनायी जाये। उन्होंने एक ड्राफ्टिंग कमेटी की वकालत की, जो सभी सदस्यों से सुझाव मांगेगी, सारे सुझावों को समाहित कर जीकेसी के कानून के तहत चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स के सभी सदस्यों के समक्ष रखेगी और उसके बाद राष्ट्रीय समिति को अनुमोदन के लिये भेजेगी।

जीकेसी के राष्ट्रीय महासचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कायस्थ समाज के उधमी एवं व्यापारियों को चिन्हित करना और उनका डाटा बैंक तैयार करना,औद्योगिक विकास के लिए प्रशिक्षण शिविर एवं अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया जान चाहिये। इसके अतिरिक्त विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर सफल कायस्थ उधमियों को सम्मानित भी किये जाने की जरूरत है।

जीकेसी चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स के राष्ट्रीय संगठन महासचिव एवं दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष, नवीन कुमार ने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि सभी समितियों का गठन शीघ्र होगा और सभी बिन्दुओं पर आपसी सहमति बनाकर कार्य किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि युवकों का कौशल विकास कर उन्हें व्यापार के लाभ समझाये जाए और स्वव्यापार करने के लिये जो भी मदद हो सके,चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स की तरफ से उन्हे लाभान्वित किया जाए। चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री विकास चन्द्रा ने कहा कि इसका मिसन,विजन,आब्जेक्टिव, कार्यप्रणाली बनाइ जाए।

दिल्ली प्रदेश के कार्यवाहक अध्यक्ष ई० सुनील श्रीवास्तव ने कहा कि इस संस्था के द्वारा बेरोजगार श्रमिकों और युवाओं को रोजगार दिलाने मे मदद की जाए। इस अवसर पर वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव, अवनीश श्रीवास्तव (राष्ट्रीय अध्यक्ष, विधि प्रकेाष्ठ) आनंद सिन्हा (राष्ट्रीय अध्यक्ष, डिजिटल एवं संचार), रिद्धिमा श्रीवास्तव (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष) ने भी अपने विचार रखे।