भुजा बेचने वाले के बेटे ने बीपीएससी में पाई सफलता, सीओ पद के लिए किए गए चयनित

मधुबनी(गोपाल कुमार)। बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की ओर से आयोजित होने वाली संयुक्‍त प्रतियोगिता परीक्षा राज्‍य में नौकरियों के लिए होने वाली सबसे उच्‍च स्‍तर की परीक्षा है। इसमें सफल होने वाले प्रतिभागियों की सक्‍सेस स्‍टोरी नौकरी की चाहत रखने वाला हर युवा जानना चाहता है।

वहीं प्रखंड के वासुदेवपुर पंचायत स्थित खाप गांव के पवन कुमार ने भुजा बेच कर परिवार का गुजारा करने वाले पिता वासुदेव साह के पुत्र पवन ने सफलता का इतिहास रचा है। एक कहावत है।, मानव जब जोड़ लगाता है। पत्थर पानी बन जाता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया पवन ने। जो आने वाले कई सालों तक युवाओं को रास्ता दिखाएगा। काफी गरीब और ग्रामीण इलाके से आने वाले पवन ने बीपीएससी 64 वी की संयुक्त परीक्षा में अपनी मेहनत के बदौलत प्रतिष्ठान पद पाने में कामयाबी हासिल कर गांव – समाज एवं इलाके को गौरावनित किया है। साथ ही माता पिता के सपनो को सच में साकार कर दिया है।

बचपन से ही मेघावी पवन की प्रारंभिक शिक्षा मधुबनी के बौलहर हाई स्कूल से मैट्रिक की। इंटर की पढ़ाई हरी प्रसाद साह कॉलेज, निर्मली से की। इसके बाद उन्होंने भूपेन नारायण यूनिवर्सिटी से इंग्लिश ऑनर्स में ऊंचे अंकों के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया। पवन ने पहले प्रयास में मैंस में शामिल हुआ, दूसरे प्रयास में पीटी, तीसरे प्रयास में इंटरव्यू इसी तरह मुख्य परीक्षा तक आकर इनका सफर रुक गया, लेकिन पवन ने हार नहीं मानी और अतः अपने 6 वी प्रयास में सफलता हासिल की।

पवन कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय के रूप में मैथिली साहित्य का चयन किया। बताया की सामान्य अध्ययन की तैयारी उन्होंने स्वाध्याय के बूते की। पवन अपनी सफलता का श्रेय माता – पिता के आशीर्वाद व मार्गदर्शन को देते हुए बताया की उनका लक्ष्य (यूपीएससी ) परीक्षा को पास कर आईएएस अधिकारी बनना चाहते है। इसके लिए वे लगातार तैयारी में जुटी है। कहा की जिस मुश्किल और बुरे हालात में उन्होंने अपने सपनो को पूरा किया है। उससे प्रेरणा लेकर कोई भी किसी भी हालत में लगन से कुछ भी हासिल करना चाहे तो कर सकता है।