तुर्की-सीरिया में सोमवार को आए दो भयंकर भूकंप के बाद हुई तबाही में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 15,000 से अधिक हो गई है।
अधिकारियों के अनुसार, तुर्की में कम से कम 12,391 लोग मारे गए हैं, जबकि सीरिया में 3,480 लोग मारे गए हैं। यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है क्योंकि राहत कार्य अभी जारी है।
घायलों की संख्या 80 हजार से भी अधिक हो गई है। अभी बड़ी संख्या में लोग मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। ऐसे में मृतकों और घायलों की संख्या में कई गुना ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है।
तुर्की में लगातार भय बना हुआ है, क्योकि देश के अलग-अलग शहरों में बार-बार भूकंप के झटके भी महसूस किए जा रहे हैं। यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, रात में 12 बजे के बाद से सुबह सात बजकर 14 मिनट के बीच पांच बार अलग-अलग समय पर भूकंप के झटके आए। इनकी तीव्रता 4.4 से 4.5 के बीच रही।
भारत ने चलाया ‘ऑपरेशन दोस्त’
भारत ने तुर्किये में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया है। इसके जरिए भारत ने तुर्किये के लोगों की मदद तेज कर दी है। सेना, एयरफोर्स के जवान, एनडीआरएफ ऑर डॉक्टर्स की टीम तुर्किये भेजी गई है। बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है।
अधिकारियों और बचाव दल द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने बुधवार को सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और कहा कि देश में भूकंप से कुल 8,574 लोग मारे गए हैं। इससे पहले, देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा था कि 40,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:17 बजे तुर्की के दक्षिणी प्रांत कहारनमारस में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, इसके कुछ मिनट बाद देश के दक्षिणी प्रांत गजियांटेप में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया और कहारनमारस प्रांत में स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:24 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप आया।
बचावकर्मी सोमवार को कड़ाके की ठंड के बीच तुर्की और सीरिया में आए घातक भूकंपों के केंद्र कहारनमारस में लोगों का लगातार रेस्क्यू करने में जुटे रहे। कई देश और वैश्विक सहायता एजेंसियां भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दलों और राहत सामग्री की पेशकश कर रही हैं।
चीन का 82 सदस्यीय बचाव दल एक चार्टर्ड विमान से 8,000 किमी से अधिक की उड़ान भरने के बाद तुर्की में भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में बचाव प्रयासों में सहायता के लिए बुधवार को अदाना हवाई अड्डे पर पहुंचा।
चीनी बचाव दल के उप प्रमुख वांग मो ने कहा, आगमन पर टीम ऑडियो और वीडियो लाइफ डिटेक्टर, चिकित्सा उपकरण और रेस्क्यू कुत्तों को आपदा क्षेत्र में लाएगी और तुरंत खोज और बचाव कार्य शुरू करेगी।
जबकि सीरिया भूकंपों के बीच कठिन संघर्ष कर रहा है, अमेरिकी प्रतिबंध अभी भी देश में मानवीय राहत कार्य को रोक रहे हैं। सीरियाई विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भूकंप आपदा से निपटने के दौरान सीरियाई लोग खाली हाथों से मलबे के बीच खुदाई कर रहे हैं, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा मलबे को हटाने के उपकरण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।