मुख्यमंत्री ने आईजीआईएमएस में कोविड-19 के वैक्सीन का दूसरा डोज लिया, जानिए क्या कहा

मुख्यमंत्री के समक्ष आईजीआईएमएस के विस्तारीकरण से संबंधित प्रस्तुतीकरण दी गयी

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज आईजीआईएमएस में कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लिया। आईजीआईएमएस के निदेशक एनआर विश्वास ने मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण के माध्यम से आईजीआईएमएस के चार फेजों के विस्तारीकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आईजीआईएमएस का चार चरणों में विस्तारीकरण किया जा रहा है। प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो गया है। दूसरे चरण में यहां कैंसर रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा। अभी कैंसर संबंधी इलाज के लिए 100 बेड वाला अस्पताल तैयार किया गया है। 500 बेड के निर्माण का कार्य प्रगति पर है।

प्रस्तुतीकरण के पश्चात मुख्यमंत्री ने कहा कि आईजीआईएमएस में जितने और भी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यककर्मियों की आवश्यकता होगी उसको शीघ्र पूरा करें। इसके अलावे आईजीआईएमएस में और भी जिन सुविधाओं की आवश्यकता होगी उसे उपलब्ध करायी जाएगी। अस्पताल के निर्माणाधीन कार्य को तेजी से पूर्ण किया जाय। आईजीआईएमएस के चारों चरण का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने से यहां मेडिकल के छात्रों के अध्ययन की सुविधा के साथ-साथ मरीजों के इलाज में और भी सहुलियत होगी। हमलोगों का उद्देश्य बिहार के लोगों का बेहतर इलाज के साथ-साथ गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।

बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, आईजीआईएमएस के निदेशक सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के पचात् पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसको लेकर एक-एक चीज पर नजर रखी जा रही है। अधिक से अधिक कोरोना टेस्ट कराये जा रहे हैं। जितनी अधिक जांच होगी उतने ही कोरोना संक्रमितों की संख्या का पता चल पाएगा। जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों का पता चल रहा है उन क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या बढ़ायी जा रही है। कोरोना जांच की संख्या राज्य में प्रति दिन एक लाख से अधिक करायी जा रही है, इसे और भी बढ़ाया जायेगा। टीकाकरण भी हमलोग अधिक से अधिक कराएंगे ताकि कोरोना संक्रमण का असर लोगों पर कम से कम हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना देश के सभी राज्यों में फैल रहा है। एक जगह से दूसरी जगह लोग आ-जा रहे हैं। बिहार में बाहर से आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। बाहर से आने वाले लोग अगर बिना कोरोना जांच कराए घर जाएंगे तो उनके संपर्क में आने वाले लोगों में कोरोना खतरे की संभावना बनेगी। एक-एक चीजों पर नजर रखते हुए स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग के साथ-साथ पूरा प्रशासन मुस्तैदी से लगा हुआ है। सभी चीजों की लगातार समीक्षा की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि राज्यपाल महोदय के स्तर पर सभी दलों की बैठक होनी चाहिए। हमलोगों ने राज्यपाल महोदय से बैठक के लिये आग्रह किया है। 17 अप्रैल को राज्यपाल महोदय के नेतृत्व में जो सर्वदलीय बैठक होगी उसमें सभी लोगों के जो सुझाव आएंगे उसके आधार पर कदम उठाये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग कोरोना को लेकर पूरी तरह सचेत और सक्रिय हैं। स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी नीचे तक की एक-एक चीज की जानकारी लेते हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है। सभी चीजों पर विर्मा किया जाता है। हमलोग केंद्र सरकार के भी निरंतर संपर्क में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग शुरु से लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग सचेत रहें, मास्क का इस्तेमाल करें, दूरी बनाकर रहें, हाथों की साबुन से सफाई करते रहें, अकारण घर से बाहर नहीं निकलें। शहरी इलाकों के साथ-साथ अब ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए लोगों को अब पहले से ज्यादा सचेत किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों में बेडों की संख्या और बढ़ाई जा रही है। कुछ अस्पतालों को कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए केंद्रित किया जा रहा है। एक-एक चीज को लेकर हमलोगों सक्रिय हैं। हमलोग अधिकतम लोगों का टेस्ट कराना चाहते हैं ताकि जब संक्रमितों का पता चले तो उनका सही परामर्श के साथ इलाज हो सके।

हमलोगों ने आज कोरोना का दूसरा डोज लिया है। पहला डोज एक मार्च को लिया था। पहले 31 मार्च को दूसरा डोज लेना था लेकिन केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप छह से आठ सप्ताह के बीच दूसरा डोज लेने की बात हुई और आई0जी0आई0एम0एस0 ने आज की तिथि दूसरे डोज के लिए निर्धारित की थी। उसी के आधार पर हमलोगों ने आज दूसरा डोज लिया है। अधिक से अधिक लोगों को कोरोना जांच कराना चाहिये। हमलोग अपना भी निरंतर जांच कराते रहते हैं। काम के दौरान लोगों के संपर्क में रहते हैं, इसलिए जांच भी कराते हैं। हमलोग चाहते हैं कि पत्रकार बंधुओं का भी टीकाकरण हो, इसको लेकर भी तैयारी की जा रही है। अधिक से अधिक टीकाकरण होने से लोग सुरक्षित रहेंगे।