नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा किया गया है। बता दें स्वदेशी दस्तकारों व शिल्पकारों के लिए “वोकल फॉर लोकल” विषय पर ‘हुनर हाट’ का आयोजन 1 मार्च तक किया जा रहा है।
देश भर के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को देता है मंच
इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि हुनर हाट देश भर के पारंपरिक कारीगरो और शिल्पकारों को न केवल एक सांझा मंच देता हैं बल्कि यह हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपरा की अभिव्यक्ति भी है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडिंग में महत्वपूर्ण है हुनर हाट
हुनर हाट हमारे कारीगरों की कला और शिल्प की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडिंग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं जिससे उन्हें उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिलता हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ का आह्वान किया हैं, जो हमारे आत्मनिर्भर भारत के सपने का आधार हैं और मैं मानता हूं की हुनर हाट जैसे आयोजन इसको बहुत बल देते हैं।
दस्तकारों, शिल्पकारों और कारीगरों ने यूं की आपदा में अवसर की तलाश
रक्षा मंत्री ने कहा हमारे दस्तकारों, शिल्पकारों और कारीगरों ने “आपदा में अवसर” की भावना को सही मायनों में समझते हुए कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन में मिले समय का सदुपयोग कर अगले “हुनर हाट” की उम्मीद में बड़ी तादाद में हस्तनिर्मित सामग्री को तैयार किया जो आज यहां प्रदर्शित हो रहे हैं।
हुनर हाट में इन राज्यों ने लिया हिस्सा
गौरतलब हो इस ‘हुनर हाट’ में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओड़िशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल सहित देश के 31 से अधिक राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से 600 से अधिक दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर शानदार स्वदेशी उत्पादों के साथ शामिल हो रहे हैं।
यहां एक ही छत के नीचे मिलेंगे देशभर के पारम्परिक लजीज़ पकवान
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि जे.एल.एन स्टेडियम में आयोजित हो रहे हुनर हाट में एक ही छत के नीचे देश के कोने-कोने के स्वदेशी हस्तनिर्मित दुर्लभ उत्पाद देखने-खरीदने को मिलेंगे। ‘हुनर हाट’ के ‘बावर्चीखाने’ में देश के सभी प्रांतों-क्षेत्रों के पारम्परिक लजीज़ पकवानों का यहां आने वाले लोग लुत्फ़ उठा सकेंगे और साथ ही देश के प्रसिद्ध कलाकारों के विभिन्न सांस्कृतिक, गीत-संगीत के शानदार कार्यक्रमों का आनंद भी लेंगे। हुनर हाट में आने वाले लोग एक जगह पर भारत की ‘अनेकता में एकता’ की ताकत का एहसास कर पाएंगे।
सोर्स-PBNS
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