औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भाजपा के राष्ट्रव्यापी “मेरी माटी-मेरा देश” अभियान में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों का सम्मान करने राज्य भ्रमण पर निकले भाजपा के वरीय नेता, पूर्व मंत्री व बिहार विधानसभा की विरासत विकास समिति के सभापति डॉ. प्रेम कुमार शुक्रवार को देर शाम औरंगाबाद के ओबरा पहुंचे।
यहां पहुंचने पर वें ओबरा के स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के घर पहुंचे। स्व. लाल के परिजनों से मिले। परिवार की मुखिया स्वतंत्रता सेनानी स्व. लाल की पुत्रवधु शिक्षिका दमयंती कुंवर को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। उन्होने परिजनों से स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के आजादी की लड़ाई में संघर्षों की दास्तान सुनी। परिजनों ने उन्हे बताया कि देवनारायण लाल व्यवसायी थे। उनका कोलकात्ता के बड़ा बाजार में कपड़ा का कारोबार था। वें बड़ा बाजार कपड़ा व्यवसायी सभा के महामंत्री थे। देश की आजादी की लड़ाई में सहयोग के लिए उन्होने बड़ा बाजार के व्यवसायियों को एकजुट किया। उनके एक आह्वान पर जरूरत पड़ने पर आजादी के दीवानों की बड़ा बाजार के व्यवसायी दिल खोलकर आर्थिक़ सहयोग किया करते थे। इस बीच महात्मा गांधी के आह्वान पर उनके नेतृत्व में बड़ा बाजार के व्यवसायियों ने विदेशी कपड़ों की होली जलाई। उन्होने सविनय अवज्ञा आंदोलन में खुलकर भाग लिया। उनकी स्वतंत्रता को लेकर बड़ा बाजार के व्यवसायियों के बीच चलाई जा रही गतिविधियां ब्रिटिश हुकुमत को खटकने लगी। आखिरकार 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन यानी अगस्त क्रांति के दौरान उन्हे गिरफ्तार कर जेल में ठूंस दिया गया। अंग्रेजों ने उन्हे अलीपुर सेंट्रल जेल में कठोर यातनाएं दी। ब्रिटिश हुकुमत द्वारा उन्हे दी गई यातनाओं का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वें जब अपने शरीर से कपड़े उतारते थे तो उनकी पीठ पर हंटर के वार से चमड़ी फट जाने के गहरे दाग दिखाई दिया करते थे। जेल जाने से उनका व्यापार चौपट हो गया। उनके पैतृक घर पर रह रहे परिवार को खाने पीने के लाले पड़ गए। इस दौरान उनके साथी व्यवसायियों ने परिवार की मदद की। इस दौरान करीब दो साल तक वें जेल में रहे। रिहा होने के बाद भी वें आजादी के अंदोलन से पीछे नही हटे। भूमिगत रहकर वें आजादी के आंदोलन में तबतक भाग लेते रहे जबतक देश आजाद नही हो गया। देश के आजाद होने के बाद उन्होने अपना व्यापार फिर से खड़ा करने की कोशिश की लेकिन अर्थाभाव में उन्हे सफलता नही मिली। इस स्थिति में वें अपने पैतृक गांव ओबरा में ही आकर रहने लगे। अंग्रेजों द्वारा दी गई कठोर यातना के कारण आजादी के बाद वें ज्यादा दिन तक जीवित नही रह सके लेकिन मरने के पहले वें स्वतंत्रता सेनानी सम्मान पेंशन के लिए आवेदन कर गए थे, जो उनकी मृत्यु के बाद स्वीकृत हुआ। उनकी मृत्यु के बाद यह पेंशन उनकी पत्नी राधा देवी को स्वीकृत हुआ जो उन्हे उनके जीवनकाल तक मिलता रहा। यही पेंशन स्वतंत्रता सेनानी के परिवार का सहारा बना और परिवार के सदस्यगण पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़े हो पाए।
डॉ. प्रेम कुमार इन बातों को सुनकर भाव विभोर हो उठे। उन्होने कहा कि आपके परिवार ने स्वतंत्रता आंदोलन में अमूल्य योगदान दिया है। इस तरह के योगदान के लिए पूरा देश स्वतंत्रता सेनानियों और वीर शहीदों का कृतज्ञ है। मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत भाजपा शहीदों के गांव की मिट्टी का नमन कर रही है। वीर शहीदों का वंदन कर रही है। स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार का सम्मान कर रही है। इसी कड़ी में मैं आपके घर पर आया हूं। यहां आकर आपके परिवार के स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के आजादी की लड़ाई में योगदान को जानकर हम सभी भाजपा कार्यकर्ता अभिभूत है। यहां के बाद डॉ. कुमार स्वतंत्रता सेनानी स्व. राम प्रसाद के भी घर पर गये और उनके पुत्र लोकनाथ प्रसाद को सम्मानित किया। इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल के पौत्र महेश कुमार, शिक्षक अजय कुमार, पौत्रवधु रेणु गुप्ता, नेहा कुमारी, शिक्षिका सुषमा गुप्ता, भाजपा के जिला महामंत्री संजय गुप्ता, ओबरा मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार उर्फपप्पू अग्रवाल, उपाध्यक्ष विनोद नाग, सुबोध चंद्रवंशी, शिव शंकर प्रसाद, बिंदेश्वर प्रसाद गुप्ता, मंगलेश कुमार, दिलीप कुमार जायसवाल, विजय निराला, सुधीर चंद्रवंशी, अनिल चंद्रवंशी एवं काराकाट लोस क्षेत्र विस्तारक रामप्रकाश पांडेय आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसके पूर्व ओबरा पहुंचने पर पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार का ओबरा मंडल भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। स्वागत के बाद उन्होने ओबरा बाजार के विभिन्न मुहल्लों में अपने समाज और जाति के लोगो से मिले। उन्हे 2045 तक विकसित एवं सशक्त भारत बनाने के भाजपा के संकल्प की जानकारी दी। कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में जयकारे लगाए। जयकारा लगाते कार्यकताओं के साथ ओबरा बाजार के विभिन्न मुहल्लों का भ्रमण करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी स्व. देवनारायण लाल एवं स्व. राम प्रसाद के घर पहुंचे और दोनों परिवार के मुखिया को सम्मानित किया।