औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये 2023-24 के आम बजट की सत्ता पक्ष ने मुक्त कंठ से सराहना की है। वही विपक्ष ने बजट को नकार दिया है।
सभी वर्गों के लोगो को ध्यान में रखकर बनाया गया केंद्रीय बजट : सांसद
औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने 2023-24 के आम बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को आभार व्यक्त किया है। उन्होने बजट की सराहना करते हुए कहा कि केंद्रीय बजट सभी वर्गों के लोगो को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यह बजट आदिवासी समाज, महिलाओं, छोटे उद्योग, किसान, युवा, गरीबों के कल्याण, बुनियादी ढांचे में अधिक निवेश, समावेशी विकास एवं नौकरियों की संभावनाओ से भरा हुआ है। यह आत्मनिर्भर भारत के लिए है और इससे अर्थब्यवस्था को मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए फंड 66 प्रातशत बढ़ाया गया है। कृषि के लिए पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा एवं पीएमकेवीवाई के जरिए रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
बजट आम आदमी की आकांक्षा के अनुरूप : सुनील सिंह
औरंगाबाद जिले के प्रमुख व्यवासायी व समाजसेवी सुनील सिंह ने आम बजट की सराहना की है। कहा कि यह बजट लोक-कल्याणकारी, सर्व समावेशी एवं बहुत उपयोगी है। छोटे कारोबारियों को ब्याज पर 1 प्रतिशत की छूट दी गई है एवं नए टैक्स स्लैब में आयकर छूट सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख किया गया है जो स्वागत योग्य है। यह बजट आम आदमी की आकांक्षाओ और आशाओं को पूरा करने वाला सिद्ध होगा।
दिशाहीन, लोक लुभावन व चुनावी बजट : डॉ सुरेश पासवान
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सुरेश पासवान ने कहा है कि वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट जो संसद में आज पेश किया गया है वह पूरी तरह से इस वर्ष कई राज्यों में एवं आगामी लोकसभा के आम चुनाव के मद्देनजर लोक लुभावन, दिशाहीन एवं चुनावी बजट प्रतीत होता है। बजट में आम आदमी के लिए कुछ भी खास नहीं है। बेरोज़गारों को फिर इस बार अंगुठा दिखलाया गया है। बिहार के लिए न विशेष राज्य का चर्चा, न ही विशेष पैकेज की घोषणा यानी कुल मिलाकर झुनझुना। शिक्षा एवं कृषि क्षेत्र को तो जबरदस्त उपेक्षा की गई है। इनके नई शिक्षा नीति की तो हवा निकल गई क्योंकि पिछले बजट से मात्र चार हजार करोड़ का ही इजाफा दिख रहा है। किसानो के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य धरा का धरा ही रह गया। जीएसटी पर कोई बात नहीं की गई। रेलवे को देश का लाइफ लाइन कहा जाता है लेकिन अल्प बजट से रेलवे का कैसे कायाकल्प होगा। चूंकि बजट उंट के मुंह में जीरा के समान है। इसलिए कुल मिलाकर वित मंत्री के द्वारा पेश किया गया आम बजट आम आवाम को निराश करने वाला है।
2024 के लोस चुनाव की तैयारी को ले पेश किया गया लोकलुभावन चुनावी केंद्रीय बजट : राजद
राजद ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पेश किये गये आम बजट को निराशाजनक, लोकलुभावन एवं 2024 के लोकसभा चुनाव का चुनावी बजट करार दिया है। पार्टी के औरंगाबाद जिला प्रवक्ता रमेश यादव ने कहा कि बजट में बिहार के साथ बेईमानी हुई है। बिहार की अनदेखी की गयी है। देश के युवा किसान महिलाओं को केवल झुनझुना दिखा गया है। देश की महंगाई बेरोजगारी और अन्य समस्याओं को अनदेखी की गयी है। आयकर में दिये गये छूट से निम्न वर्ग को कोई फायदा नहीं है। यह बजट बड़े उद्योगपति, बड़े व्यवसायियों के हित में बनाया गया है। पूरा बजट देखने से स्पष्ट होता है कि यह सरकार का अंतिम बजट चुनाव की तैयारी को लेकर बनाया गया हैं। बजट से आम आदमी निराश है। दूसरी ओर बजट में बिहार के विकास की अनदेखी की गई है। बिहार सरकार ने नीति आयोग की योजनाओं में राज्यांश कम करने का केंद्र सरकार से आग्रह किया था लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण बिहार का विकास काफी प्रभावित होगा।