दाउदनगर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। दाउदनगर अनुमंडल मुख्यालय में चित्रगुप्त सभागार का निर्माण कराया जाएगा और कायस्थों के शैक्षणिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगति के लिए अपेक्षित कदम उठाए जाएंगे।
इस आशय का निर्णय यहां कायस्थ समाज की बैठक में लिया गया। बैठक में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी कमल किशोर ने कहा कि कायस्थों को राजनीतिक रूप से नजरअंदाज किया जा रहा है। रोजगार के अवसरों में भी उनके हितों की उपेक्षा की जा रही है जबकि देश की आजादी की लड़ाई के साथ-साथ प्रशासनिक एवं संवैधानिक व्यवस्था को सुदृढ बनाए रखने में कायस्थों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि आज कायस्थों को एकजुट होकर राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक रूप से पूर्व की तुलना में ज्यादा समृद्ध होने की आवश्यकता है। श्री किशोर ने कहा कि हमें अपने हक और अधिकार को लड़कर हासिल करना होगा। कहा कि देश के प्रायः सभी राज्यों में कायस्थ जाति के गौरवशाली अतीत को हासिल करने के साथ-साथ राजनीति, रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भागीदारी तथा हिस्सेदारी प्राप्त करने के लिए ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद के नेतृत्व में पुरजोर प्रयास कर रहा है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने दाउदनगर में चित्रगुप्त सभागार के निर्माण के लिए हरसंभव मिलकर प्रयास करने की बात कही। उन्होंने जरूरतमंद लोगों को शिक्षा, रोजगार और समाज की लड़कियों की शादी में हरसंभव सहयोग करने की बात कही। बैठक में दाउदनगर अनुमंडल में कायस्थ समाज की महिलाओं के संगठन की शुरुआत करने और उसे सशक्त बनाने पर भी जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता रोशन सिन्हा ने की। बैठक में दाउदनगर अनुमंडल कायस्थ समाज के पदाधिकारियों का चयन किया गया जिसमें अध्यक्ष-बबलू श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष-अंजनी कुमार सिन्हा, सचिव-हरिओम श्रीवास्तव, सह सचिव-अमित कुमार सिन्हा, कोषाध्यक्ष-दीपक कुमार सिन्हा, मीडिया प्रभारी-डॉ. सुनीता कुमारी, प्रखंड सलाहकार-अरुण कुमार श्रीवास्तव चुने गये। मार्गदर्शक मंडल के लिए सेवानिवृत्त प्राचार्य दिनेश चंद्र सिन्हा, पवन सिन्हा, अनिल सिन्हा, अरुण कुमार सिन्हा, अखौरी उदय कुमार, सूरज मोहन सिन्हा, सुनील सिन्हा, विनय कुमार सिन्हा, विजय कुमार बरियार, राजकुमार सिन्हा, अशोक कुमार दास, शत्रुघ्न सिन्हा का चयन किया गया। दाउदनगर के संगठन को अंतरराष्ट्रीय संगठन ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस से मान्यता प्रदान की गई। प्रान्तीय-राष्ट्रीय स्तर पर दाउदनगर के कायस्थ संगठन को अग्रणी बनाने का भी संकल्प बैठक में लिया गया।