पूर्वांचल के हिस्सों में मौसम ने ली करवट, बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवातीय दबाव बिहार की तरफ बढ़ा

उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में चक्रवातीय कारणों से शुक्रवार को भी हल्की से सामान्य बारिश हुई। क़ृषि विभाग की तरफ से दी गईं सूचना में बताया गया है कि यह स्थिति कुछ घंटों तक बनी रह सकती है। जिले के कुछ हिस्सों में बारिश की वजह से गेहूं की मड़ाई और कटाई पर असर दिखा है। इससे पहले गुरुवार को तेज अंधड़ और हल्की बारिश भी हुई। आसमान में घने बादल छाए हैं।

मौसम के बदले तेवर से प्रभावित हुई गेहूं की मड़ाई और कटाई

भदोही क़ृषि विभाग की तरफ से दी गई सूचना के अनुसार झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के क्षेत्र में 8 अप्रैल की सुबह बंगाल की खाड़ी द्वारा एक चक्रवाती परिसंचरण के विकसित होने से और उसका स्थानांतरण दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश के भागों में होने के कारण शुक्रवार को कुछ घंटो तक बादलों की स्थिति पूर्वांचल के कई जिलों में देखी गई। कई जगह गरज और चमक के साथ बारिश भी हुई है। मौसम में बदलाव के कारण ठंड भी बढ़ गई है। बारिश के साथ तेज हवा की भी स्थिति बन सकती है। क़ृषि विभाग ने किसान को सलाह दी है कि गेहूं व सरसों की कटी हुई फसलों को छायादार स्थान पर रखें और खेत में पड़े भूसे को प्लास्टिक से ढक दें। सुखाने के लिए रखे गए अनाज को भी छायादार स्थान पर रखें।

बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवातीय दबाव बिहार की तरफ बढ़ा

क़ृषि वैज्ञानिक अजय सिंह के अनुसार चक्रवाती दबाव का प्रभाव शुक्रवार को पूरे दिन देखने को मिलेगा। कौशांबी, प्रयागराज जनपद के आसपास के क्षेत्रों में इस दबाव के कारण बादल बन रहे हैं और उनका गमन भदोही, जौनपुर, मिर्जापुर होते हुए बिहार की तरफ स्थानांतरित हो रहे हैं। जिससे यह गतिविधियां आज चार-पांच घंटे तक बनी रहेगी, इसलिए किसानों को चाहिए कि फसलों और अनाजों को खुले में ना छोड़े। साथ ही भीग चुकी फसलों को भी हटा ले। जिससे इस अनिश्चितकालीन प्रतिकूल मौसम से बचा जा सके।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)