किडनी की बीमारी का समय पर कराएं इलाज वरना उठाना पड़ सकता है नुकसान: डॉ राजेश

  • वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश रंजन ने किडनी के रोगों के लक्षणों, बचाव और कारणों पर की चर्चा
  • कहा, किडनी से संबंधित रोगों के उपचार में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी काफी कारगर

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग हैं। ये शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। मगर इसमें किसी तरह का विकार मानव शरीर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।

सत्यदेव सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. राजेश रंजन बताते हैं कि किडनी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इसका मुख्य कारण लोगों में जागरूकता की कमी है।

डॉ. राजेश ने किडनी के रोगों के लक्षणों, बचाव और कारणों के बारे में सभी पहलुओं पर विस्तार से बताया जिन्हें जानना हमारे लिए जरूरी है। वे कहते हैं कि किडनी की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि को किडनी का कैंसर कहते हैं। यह बीमारी शरीर के मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ देती है। किडनी से जुड़े रोगों के इलाज में देरी किडनी के कैंसर का कारण बन सकती है।

किडनी से संबंधित रोगों के लक्षण:

डॉ. राजेश बताते हैं कि बार-बार उल्टी होना, भूख न लगना, थकान और कमजोरी महसूस होना, पेशाब कम होना, पेशाब में खून और झाग आना, खुजली होना, धुंधला दिखना, नींद न आना और मांसपेशियों में खिंचाव किडनी से संबंधित रोग के लक्षण हैं।

इन आदतों से किडनी को हो सकता है नुकसानः

पेशाब रोकना, कम पानी पीना, दर्दनिवारक दवाओं का ज्यादा सेवन, धूम्रपान करना, ज्यादा शराब पीना और ज्यादा नमक खाना जैसी आदतों से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।

किडनी के रोगों से बचाव के उपायः

समय पर इलाज, स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, वजन पर नियंत्रण, रक्तचाप और शुगर की नियमित जांच, उच्च रक्तचाप या मधुमेह होने पर हर छह महीने में पेशाब और खून की जांच से किडनी से संबंधित रोगों से बचा जा सकता है।

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के हैं कई फायदेः

डॉ. राजेश बताते हैं कि किडनी से संबंधित रोगों के उपचार में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी काफी कारगर साबित हो रहा है। इसके कई फायदे हैं जैसे-कम चीरा लगना, कम खून बहना, जल्दी ठीक होना, कम संक्रमण, कम दर्द और इससे शरीर पर कोई निशान भी नहीं आता है।

किडनी को कैसे रखें सुरक्षितः

नमक का सेवन कम करें, फल और हरी सब्जियां खाएं, वजन को नियंत्रित रखें, रक्तचाप और शुगर पर नियंत्रण रखें और रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पिएं।

अस्पताल की निदेशक डॉ अमृता ने बताया कि किडनी से जुड़ी की किसी भी तरह की समस्या के लिए डॉ. राजेश रंजन से सत्यदेव सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में प्रतिदिन परामर्श लिया जा सकता है। सत्यदेव सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में किडनी से संबंधित रोगों के उपचार में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां आयुष्मान भारत योजना, ईएसआईसी और अन्य स्वास्थ्य बीमा सुविधाओं के साथ भी इलाज करा सकते हैं। यहां स्मार्ट आईसीयू की भी सुविधा है।