शिक्षा विभाग के इस आदेश से बढ़ गई नियोजित शिक्षकों की टेंशन, जानिए कैसे

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के अल्टीमेटम से नियोजित शिक्षकों की टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। यही नहीं अगर नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा में सफल नहीं हो पाए, तो उन्हें अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ेगा। इसके लिए नियोजित शिक्षकों को चार मौके दिए जाएंगे। जिसमें से तीन परीक्षा में बैठना जरूरी होगा।

सक्षमता परीक्षा के लिए कमेटी गठित

सक्षमता परीक्षा के लिए कमेटी का गठन किया गया है। इसमें अध्यक्ष केके पाठक हैं। जबकि अन्य सदस्यों में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षा निदेशक, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक बने हैं।