तीरंदाजी विश्व कप : फाइनल में पहुंची भारतीय पुरुष रिकर्व टीम, 13 साल बाद जगी स्वर्ण की उम्मीद

भारतीय पुरुष रिकर्व टीम तीरंदाजी विश्वकप चरण एक के फाइनल में पहुंच गई है। भारत ने लगातार तीन जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया है। इसके अलावा भारत की प्रमुख कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेनम ने व्यक्तिगत सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

विश्वकप में भारत का सफर

भारतीयों ने पहले 13वीं वरीयता प्राप्त जापान को 5-4 से हराया। इसके बाद भारतीय तिकड़ी ने 12वीं वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे और नौवीं वरीयता प्राप्त नीदरलैंड को समान 6-2 के अंतर से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। इसके साथ ही भारतीय टीम नौ साल में पहली बार पुरुषों की रिकर्व टीम स्पर्धा के फाइनल में पहुंची है।

23 अप्रैल को होगा फाइनल मुकाबला

अतनु दास, बी धीरज और तरुणदीप राय की भारतीय तिकड़ी रविवार यानि 23 अप्रैल को स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन से भिड़ेगी। यदि भारतीय तिकड़ी स्वर्ण पदक जीतती है तो यह 13 साल बाद होगा जब भारत पुरुषों की रिकर्व टीम स्पर्धा में स्वर्ण जीतेगा।

संयोग से, यह टूर्नामेंट एंटाल्या के उसी भूमध्यसागरीय तटीय रिसॉर्ट में चल रही है जहां भारतीय पुरुषों की रिकर्व टीम ने 2008 में विश्व कप में पहली बार स्वर्ण जीता था। जयंत तालुकदार, राहुल बनर्जी और मंगल सिंह चांपिया की टीम ने मलेशिया को 218-215 से हराकर विश्व कप में पहली बार रिकर्व पुरुष टीम का स्वर्ण पदक जीता था। तब से, भारतीय पुरुष रिकर्व टीम ने विश्व कप में पांच स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने आखिरी बार 2010 में शंघाई में पुरुषों की रिकर्व टीम स्पर्धा में विश्व कप का स्वर्ण पदक जीता था।

भारतीय पुरुष रिकर्व टीम तीरंदाजी विश्वकप चरण एक के फाइनल में पहुंच गई है। भारत ने लगातार तीन जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया है।

ज्योति कपाउंड व्यक्तिगत वर्ग के सेमीफाइनल में

इस बीच कंपाउंड के महिला व्यक्तिगत वर्ग में भारतीय तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेनम सेमीफाइनल में पहुंच गईं। विश्व रिकॉर्ड-बराबर स्कोर के साथ योग्यता में शीर्ष पर रहने के बाद, पूर्व विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता सुरेखा वेनम शनिवार यानि 22 अप्रैल को इंग्लैंड की दुनिया की नंबर एक एला गिब्सन के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगी। ज्योति व्यक्तिगत वर्ग में पदक की तलाश में बनी रहने वाली एकमात्र भारतीय हैं, क्योंकि पुरुषों और महिलाओं के वर्ग में उनके सभी कंपाउंड साथी जल्दी बाहर हो गए।

अब तक कैसा रहा ज्योति का सफर ?

ज्योति सुरेखा वेनम ने शानदार प्रदर्शन किया। दुनिया की 11वें नंबर की ज्योति ने संभावित 150 में से लगातार तीन बार 145 अंक जुटाकर स्विट्जरलैंड की मिरियम हस्लर, अमेरिका की डेनियल लुत्ज और मेक्सिको की एना सोफिया हर्नांडेज जियोन को आसानी से हराया। क्वार्टर फाइनल में ज्योति ने 12 बार सटीक 10 अंक पर निशाना लगाते हुए 147 स्कोर किया और डेनमार्क की तेजा गेलनथियन को 147-142 से हराया।