कोंच(गया)। आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के छात्र कई दिन से कोंच प्रखंड मुख्यालय में प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर चक्कर काट रहे हैं। बुधवार को जब छात्र प्रखंड मुख्यालय पहुंचे और अंचलाधिकारी को इस बाबत अवगत कराया तो उन्होंने अपने स्थानांतरण का बहाना बनाकर प्रमाणपत्र जारी करने से मना कर दिया। सभी छात्र शिक्षक काउंसिलिंग के लिए प्रमाणपत्र बनवाना चाहते थे। छात्रों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिल कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
इधर छात्रों ने आरोप लगाया कि ईडब्ल्यूएस बनवाने के लिए अंचला अधिकारी कार्यालय में दलाल सक्रिय हैं। दलाल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए ₹5000 का डिमांड कर रहे हैं, नहीं देने पर सर्टिफिकेट निर्गत करने में आनाकानी की जा रही है। सीओ से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, ऐसे में छात्रों का भविष्य अधर में लटका है। बुधवार को मामला यहां तक बढ़ गया की अभ्यर्थी सीओ की गाड़ी के आगे सत्याग्रह पर बैठ गए।
परेशान अभ्यर्थी रॉबिंस रंजन ने बताया कि वह जून महीने में ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किए हैं लगभग 10 दिन गुजारने को है फिर भी उनका सर्टिफिकेट निर्गत नहीं किया गया एक दलाल ने उनसे ₹5000 का डिमांड किया और कहा कि पैसा नहीं दोगे तो सर्टिफिकेट नहीं बनेगा। उन्होंने इसकी शिकायत बड़ी अधिकारियों से भी की। बुधवार को जब सीओ कार्यालय पहुंचे तो सीओ ने तकनीकी बहाना बनाकर अभ्यर्थियों को वहां से जाने को कहा। अभ्यर्थियों को लगातार परेशान किया जा रहा है।
अभ्यर्थियों की गाड़ी के आगे सत्याग्रह पर बैठ गए। इधर घटना की सूचना मिलने के बाद कोंच थाने की पुलिस व कोंच के प्रखंड विकास पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। छात्र को समझाया और सर्टिफिकेट बनवाने का आश्वासन दिया।
बता दें कि शिक्षक बहाली की काउंसलिंग को लेकर छात्र ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए अप्लाई किए हैं। काउंसलिंग की प्रक्रिया लगातार चल रही है ऐसे में छात्रों का ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट निर्गत नहीं कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मेराल प्रखंड विकास पदाधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी गया के जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह व टेकारी के एसडीओ को दिया है। अब देखना यह है कि डीएम के द्वारा मामले में क्या कार्रवाई की जा रही है।