हाथों की मेहंदी छूटने से पहले ही उजड़ गया नई-नवेली दुल्हन की मांग का सिंदूर, शादी के दूसरे ही दिन दूल्हा की हत्या

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर प्रखंड के अकौना गांव निवासी परमेश्वर यादव ने बड़े अरमान से 29 मई को अपनी लाडली रेवंती की शादी गया जिले के गुरुआ थाना के पलुहारा पंचायत के लकड़ाही गांव निवासी सुखदेव यादव के सिविल इंजीनियर पुत्र अशोक कुमार से की पर उन्हे क्या पता था कि शादी के दो दिन बाद हाथों की मेहंदी का रंग छूटने से पहले ही उनकी बेटी बेवा हो जाएगी। हुआ कुछ ऐसा ही और अब वर-वधू पक्ष दोनो जगह कोहराम मचा है।

परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है कि शादी के बाद दुल्हन की विदाई हो गयी और दुल्हन अपनी ससुराल गया जिले के गुरुआ थाना के लकड़ाही गांव पहुंच गई। शादी के बाद दुल्हा भी बेहद खुश था कि अचानक से दिल दहला देने वाली वारदात को अपराधियों ने अंजाम देते हुए दुल्हे को मौत के घाट उतार डाला।बताया जाता है कि दुल्हे की बहन ने एकादशी का व्रत रखा था। व्रत की पूजा के लिए प्रसाद के रूप में फल लेने वह घर से निकला और बाजार से फल लेकर वापस घर लौटा। इसके बाद वह यह कह कर घर से निकला कि दोस्त पार्टी के लिए बुला रहे हैं, वही जा रहे हैं।

शाम के 7 बजे तक जब वह घर नही लौटा तो परिजनों ने सोंचा कि आ जाएगा। इसके बावजूद  जब वह रात के 10 बजे तक भी घर वापस नही लौटा तो परिजन उसे फोन करने लगे लेकिन कॉल  रिसीव नही हुआ। इसके बाद परिजनों ने खोजबीन शुरू की पर कही कुछ पता नही चल पाया। आखिरकार थक हारकर परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी।

सूचना के बाद गुरुआ थाना की पुलिस रात भर युवक को खोजती रही लेकिन वह नही मिला। वही अगले दिन सुबह में तमरुआ नहर के पास लोग नित्यक्रिया के लिए निकले तो नहर के पास एक मोटरसाइकिल खड़ी देखी। वही पर बाइक से ही महज 100 गज की दूरी पर एक युवक का शव था। युवक का शव दिखते ही यह बात जंगल में लगी आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई।सूचना मिलने पर गया जिले के डिप्टी एसपी के साथ कई वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया।

पुलिस ने घटनास्थल पर डॉग स्कवायड की टीम को बुला कर सैम्पल जांच कराई है। वही पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। हादसे के बाद वर वधू दोनो पक्ष में हाहाकार मचा है। जानकारी के मुताबिक दहेज के लिए पैसा नही जुटने पर  बेटी की शादी के लिए बाप ने कर्ज

लिया था। लड़की के परिजनों ने बताया कि लड़की को भविष्य में किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके लिए लड़की के पिता ने जमीन बेचकर दान दहेज दिया था। जमीन बेचने के बाद भी जब पैसा घट गया तो कर्ज लेकर बेटी की शादी की थी। तय समय अनुसार 27 मई को तिलक और 29 मई को धूमधाम से अकौना में बारात आई। था। 30 मई को सुबह बारात की विदाई हुई थी।

वही लड़की के भाई की भी 2 जून को बारात जानी है। इसके लिए लड़की को 1 जून को यानी आज ही अकौना आना था।अब शादी के घर का माहौल मातमी हो गया है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। वही नई नवेली दुल्हन रोते हुए अपने नसीब को कोसते बेहोंश हो जा रही है। हालांकि घटना के बाद तरह तरह की चर्चा है। एक तरफ एक मां का बेटा चला गया तो दूसरी तरफ नव नवेली दुल्हन के हांथो की मेहंदी का रंग छूटने से पहले ही उसकी मांग का सिंदूर उजड़ गया।