- मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ कुमार राजेश रंजन की सलाह, नियमित जांच से जानें शरीर का हाल
- स्टोन शुरुआत में पकड़ में आ जाए तो आसान होता है इलाज
पटना। आज की दिनचर्या में स्टोन की समस्या एक आम बात बन गयी है। एक व्यक्ति के शरीर में स्टोन होना जितना आम है उतना ही आसान इसका इलाज भी हो गया है। आज के समय में लगभग 99 प्रतिशत स्टोन दूरबीन से निकाले जा सकते हैं। इसलिए किडनी या गोलब्लाडर के स्टोन से घबराएं नहीं और अनुभवी डॉक्टर की देखरेख में इलाज कराएं ताकि नुकसान कम से कम झेलना पड़े।
किडनी और गोल ब्लाडर समेत शरीर के किसी भी अंग में होने वाली पथरी की समस्या को लेकर ये सलाह जाने माने यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश रंजन ने अपने मरीजों को दी हैं। डॉ राजेश कहते हैं कि मनुष्य के शरीर में पथरी के पनपने के कई कारण हो सकते हैं। शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाना प्रमुख कारण हो सकता है।
एक सामान्य आदमी के शरीर में स्टोन न हो, इसके लिए उसके शरीर में पानी जाने और निकलने की प्रक्रिया लगातार सामान्य रूप से चलती रहनी चाहिए। साल-दो साल में अल्ट्रसाउंड कराते रहें ताकि आपके शरीर में बन चुके किसी पथरी की जानकारी मिलती रहे। और पथरी का पता चलते ही डॉक्टर से मिलें ताकि उसका आकार बढ़ने से पहले उसका इलाज किया जा सके।
नियमित सतर्कता बरतें तो नही होगी समस्या
सामान्य आदमी अगर इसको लेकर नियमित सर्तकता बरते तो उसे पथरी की समस्या नहीं होती है। मगर जिसे एक बार किडनी में पथरी हो जाय उसके बार-बार पथरी होने की संभावना रहती है। इसके लिए उसे डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए। स्टोन का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि वह शरीर के किस अंग में है और उसका आकार क्या है। छोटे किडनी स्टोन (4-5 एमएम) खुद भी निकल जाते हैं। बड़े स्टोन के मामले में लेप्रोस्कोपी या एंडोस्कोपी का इस्तेमाल किया जाता है। वे कहते हैं कि गॉल ब्लाडर में स्टोन होने पर हम मरीज के शरीर से लेप्रोस्कोपी से गोल ब्लाडर निकाल देते हैं। वहीं किडनी में स्टोन होने पर विभिन्न विधियों से स्टोन को निकाला जाता है।
सत्यदेव हॉस्पिटल में आधुनिक विधि से हो रहा इलाज : डॉ अमृता
सत्यदेव सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की निदेशक डॉ अमृता ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं से हर तरह की पथरी का इलाज आसानी से यहां किया जाता है। यहां सैकड़ों मरीजों का इलाज बिना चीरे के हुआ है और वे अब बेहद सामान्य जीवन जी रहे हैं। यहां आयुष्मान और ईसीएस कार्डधारकों का ऑपरेशन बिल्कुल मुफ्त में किया जाता है। साथ ही सामान्य मरीजों का इलाज भी बेहद किफायती दर पर होता है।