देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने आवास ऋण पर ब्याज दर को बढ़ाकर 6.95 प्रतिशत कर दिया है। नई दरें एक अप्रैल से लागू हो गई हैं। इस संशोधन के साथ ही 6.70 प्रतिशत की निचली ब्याज दर की सीमित अवधि की व्यवस्था 31 मार्च को समाप्त हो गई है। एसबीआई ने सीमित अवधि के लिए 75 लाख रुपए तक का आवास ऋण 6.70 प्रतिशत ब्याज पर देने की पेशकश की थी।
वहीं 75 लाख से पांच करोड़ रुपए के आवास ऋण पर ब्याज दर 6.75 प्रतिशत थी। एसबीआई की वेबसाइट पर ड़ाली गई सूचना के अनुसार नई 6.95 प्रतिशत की ब्याज दर एक अप्रैल से प्रभावी हो गई है। नयी दरें सीमित अवधि की पेशकश की तुलना में 0.25 प्रतिशत अधिक हैं। एसबीआई द्वारा आवास ऋण की न्यूनतम दरों को बढ़ाए जाने के बाद अन्य बैंक भी इसी तरह कदम उठा सकते हैं। बैंक ने आवास ऋण पर एकीकृत प्रोसेसिंग शुल्क भी लगाया है।
यह ऋण की राशि का 0.40 प्रतिशत और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के रूप में होगा। प्रोसेसिंग शुल्क न्यूनतम 10 हजार रुपए और अधिकतम 30 हजार रुपए (और जीएसटी) होगा। पिछले महीने एसबीआई ने आवास ऋण पर प्रोसेसिंग शुल्क 31 मार्च तक माफ करने की घोषणा की थी।