सख्ती से पीने के पड़े लाले तो पिय्यकड़ पीने लगे कफ सिरप

औरंगाबाद में भारी मात्रा में कफ सिरप बरामद

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। शराबबंदी वाले सूबे के मुखिया कड़क हुए तो पिय्यकड़ो के लिए पीना मुहाल होने लगा। पियाकी किये बगैर मन नही माना तो पिय्यकड़ कुछ और जुगाड़ में लग गये। दिमाग की बत्ती जली और आइडिया भी आ गया। पिय्यकड़ दारू छोड़ कफ सिरप पीने लगे। इसे पीने से उन्हे नशे का स्वाद तो मिलने ही लगा। साथ में कुछ अलग तरह का मजा भी आने लगा।

नतीजा दारू के धंधेबाज कफ सिरप का भी धंधा करने पर उतर आएं। कफ सिरफ के ऐसे ही धंधे का भंडाफोड़ ड्रग, उत्पाद विभाग और औरंगाबाद पुलिस ने संयुक्त अभियान में किया है। अभियान में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-दो जीटी रोड पर लक्ष्मण बिगहा मोड़ के पास से बड़ी संख्या में प्रतिबंधित कफ सिरप ‘फेंसेडिल’ एवं अन्य ड्रग्स बरामद की गयी है।

यह बरामदगी एक पिकअप वैन से हुई और वैन में गुप्त तहखाना बना हुआ था। तहखाने से कुल 2715 बोतल प्रतिबंधित ड्रग पाया गया जिसकी कीमत लाखों में है। ड्रग्स को पुलिस की नजरो से बचाने के लिए तस्करों ने तहखाने के उपर केले के पत्ते डाल रखे थे ताकि पुलिस को यह कहकर भरमाया जा सके कि वे केले की खेप को उतारकर आ रहे है। इस मामले में पुलिस ने दो तस्करो को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ड्रग्स की यह खेप मोहनियां से चली थी। औरंगाबाद में इसे अज्ञात स्थान पर तस्करो द्वारा बनाए गये ट्रांजिट प्वाइंट पर उतारा जाना था।

ड्रग की खेप को ट्रांजिट प्वाइंट पर उतारे जाने के बाद इसकी कुछ मात्रा बंगाल के बर्दवान भी भेजी जानी थी। ड्रग्स बरामदगी के बाद अब पुलिस तस्करों का नेटवर्क खंगालने में जुटी है। औरंगाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर एवं उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक कमलेश कुमार ने बताया कि पूर्ण शराबबंदी को कारगर बनाएं रखने के लिए लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है और ड्रग्स के गोरखधंधे पर नजर रखी जा रही है।