पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) को बिहार में तगड़ा झटका दिया है। नीतीश कुमार ने BSP के इकलौते विधायक जमा खान को आज शुक्रवार को जनता दल यूनाईटेड (JDU) में शामिल करा लिया है। इसी के साथ BSP का बिहार में बहुत दिनों के बाद खुला खात फिर से बंद करा दिया है।
दरअसल हाल ही में बिहार में मंत्रीमंडल का विस्तार होना है। ऐसे में BSP विधायक इकलौत और मुस्लिम जमात आने वाले जमा खान के JDU में शामिल होने को मंत्रीमंडल विस्तार से हीं जोड़कर देखा जा रहा है। अभी वर्तमान कैबिनेट में कोई भी मुस्मिल जमात का मंत्री नहीं है ना ही इस विधानसभा चुनाव में कोई मुस्लिम विधायक JDU से जीतकर सदन पहुंचा है। ऐसे में अल्पसंख्यकों के बीच नीतीश कुमार के आधार पर भाजपा के नेता अंदर हीं अंदर सवाल उठाने लगे थे। वहीं भाजपा द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैदय शाहनावाज हुसैन को विधान पार्षद भेजकर अल्पसंख्यकों को साधने की कोशिश की गई है। ऐसे कायास लगाए जा रहे हैं कि सरकार में शाहनावाज हुसैन को बड़ा ओहदा देने जा रही है।
शुक्रवार को आयोजित मिलन समारोह में जमा खान ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के आवास 7 पोलो रोड में आयोजित इस मिलन समारोह में JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा , पूर्व मंत्री श्रवण कुमार भी मौजूद थे।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिह के बेटे और चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने भी JDU को समर्थन देने का ऐलान किया है। कैमूर जिले के चैनपुर विधान सभा क्षेत्र से आने वाले जमा खान ने नीतीश के विकास माॅडल से प्रभावित होकर JDU में शामिल होने की बात कही तो सुमित सिंह निर्दलीय होने के बावजूद हर बार नीतीश का साथ देने का एलान किया। गौरतलब है कि 2010 में सुमित सिंह झामुमो से निर्दलीय विधायक चुने गये थे और उन्होने एनडीए का साथ दिया था। दोनों विधायको ने मंत्री पद के लोभ से JDU में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी जो जबाव देही देगी उसे निभाउंगा। इन दोनों विधायको के JDU को समर्थन देने से विधानसभा में JDU की हैसियत बढ़कर 43 से 45 हो गयी है।