- ईडी ने एक दिन पहले इस मामले में लालू से 10 घंटे तक की थी पूछताछ
पटना : राजद के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ईडी ने लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की। ईडी के अधिकारियों ने लगभग 60 सवालों की एक सूची तैयार की थी। जिन्हें आधार बनाकर पूछताछ की गई। इससे पहले ईडी ने उन्हें समन भेजा था मगर तेजस्वी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे।
तेजस्वी यादव को जमीन के बदले नौकरी मामले में बीते साल 19 दिसंबर को पहला समन दिया गया था। समन के अनुसार उन्हें 22 दिसंबर को इस मामले में पूछताछ के लिए हाजिर होना था। लेकिन, राजनीतिक व्यस्तता की वजह से तेजस्वी पूछताछ को नहीं पहुंचे। फिर दूसरा समन देकर तेजस्वी को पांच जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया। लेकिन, दूसरे समन में भी तेजस्वी हाजिर नहीं हुए। तीसरे समन के बाद वह मंगलवार को सुबह करीब 11.15 बजे अपने आवास से निकले और बैंक रोड स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। करीब रात आठ बजे तेजस्वी से पूछताछ समाप्त हुई और वह वहां से अपने आवास के लिए प्रस्थान कर गए।
तेजस्वी के जवाब में देखी गई समानता :
उधर, बैंक रोड में तेजस्वी के पहुंचने के पहले ही राजद नेताओं का हुजूम उमड़ पड़ा था। अपने नेता के समर्थन में पार्टी के नेता-कार्यकर्ता प्रदर्शन करते दिखे। तेजस्वी लोगों को समझाते-बुझाते ईडी दफ्तर के अंदर गए। सूत्रों ने बताया कि पौने 12 बजे से पूछताछ शुरू हुई। तेजस्वी यादव से जांच एजेंसी ने उनके दिल्ली स्थित फ्रेंडस कालोनी वाले आवास से लेकर आय के दूसरे स्रोतों के बारे में पूछताछ की गई। लालू प्रसाद ने सोमवार को पूछताछ में जो भी बताया, तेजस्वी के जवाब में उसकी समानता भी परखी गई। दूसरी ओर ईडी दफ्तर के बाहर सुरक्षा कारणों से भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। दोपहर के बाद तेजस्वी के बड़े भाई व पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव अपनी बहन राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के साथ ईडी दफ्तर के पास पहुंचे। मीसा ने कहा, उनके परिवार को परेशान करने के लिए ईडी जैसी एजेंसियों का सहारा लिया जा रहा है।
इंटरनेट मीडिया पर हमलावर रहीं रोहिणी आचार्य
तेजस्वी से ईडी की पूछताछ को लेकर रोहिणी आचार्य मंगलवार को भी एक्स मीडिया पर लगातार हमलावर रही। रोहिणी ने एक साथ कई पोस्ट डाली। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि तेजस्वी डरने वाला नहीं है। भाजपा को धूल चटाने वाला है। अकेले डटा है, शेर दिल नेता का जो बेटा है। अगले पोस्ट में कहा, हार का डर सता रहा भाजपा को इसलिए ईडी के बल पर डरा रही तेजस्वी को। इससे पहले सोमवार को ईडी जब लालू प्रसाद से जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में पूछताछ कर रही थी, उस वक्त भी रोहिणी इंटरनेट मीडिया पर लगातार सक्रिय रहीं।