औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर प्रखंड के फेसर पंचायत के शाहपुर गांव में पीएचईडी के ठेकेदार द्वारा सरकारी मानदंडों को ताक पर रख कर रैयती जमीन पर नल-जल योजना के तहत जलमीनार तथा बोरिंग करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। हद तो यह है कि रैयती जमीन पर निर्माण के लिए रैयत से अनुमति लेने का प्रयास तक नही किया गया। उल्टे रैयत की अनुपस्थिति में निजी जमीन पर न केवल बोरिंग करने के साथ ही जलमीनार तक खड़ा कर दिया गया।
रैयत रामाधार राम का आरोप है कि खाता खंख्या-24 तथा प्लॉट नम्बर-56 उनकी निजी जमीन है। ठेकेदार ने उनकी अनुपस्थिति में जबरन जलमीनार का निर्माण कर दिया है। कहा कि विरोध करने पर निर्माण नही हटाने की धमकी दी जाती है। रैयत ने इसकी सूचना पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता तथा जिलाधिकारी को भी दी है लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
रैयत ने बताया कि उसने जमीन में मकान बनाने के लिए मिट्टी की भराई कराई थी, जिस पर बोरिंग कर जल मीनार खड़ा कर दिया गया। ऐसे में उनका घर नहीं बन पा रहा है। रैयत ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी से ठेकेदार पर कार्रवाई करते हुए अपनी जमीन सें जलमीनार हटाने की मांग की है।