पटना (लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। देश में गिरती अर्थव्यवस्था, ध्वस्त होती लोकतांत्रिक व्यवस्था, कमरतोड़ महंगाई, रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी से आम लोग त्रस्त हैं केंद्र की मोदी सरकार हिंदू और मुस्लिमों करने में मस्त है।
उक्त बातें आज यहां गेट पब्लिक लाइब्रेरी, गर्दनीबाग पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद डी राजा ने कही।
उन्होंने कहा कि मणिपुर और केंद्र की भाजपा सरकार मणिपुर की स्थिति को नियंत्रित करने में विफल है। एक सुनियोजित साजिश के तहत देश के अंदर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर देश को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के हाथ में देश सुरक्षित नहीं है। केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह जन विरोधी और कारपोरेट पक्षी है। लगातार संविधान की दज्जियां उड़ाई जा रही हैं, विपक्ष को टारगेट किया जा रहा है।
सार्वजनिक उपक्रमों को कौड़ी के दामों पर बेचा जा रहा है, दलितों, अकलियों, और महिलाओं पर अत्याचार जारी है, अभिव्यक्ति की आजादी को समाप्त किया जा रहा है, देश में दहशत और आतंक का माहौल है। उन्होंने कहा कि देश संकट में है और भारतीय संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं।
भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि केंद्र की फासीवादी सरकार के खिलाफ ‘इंडिया’ गठबंधन को व्यापक सोच के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य बड़ी पार्टी को जिम्मेवारी है कि सभी पार्टियों को भरोसे में लेकर एकता स्थापित करें। उन्होंने कहा कि देश में संघी सरकार को हटाना वक्त का तकाज़ा है, देश हित में एनडीए को जाना और ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनाना आवश्यक है।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य सचिव राम नरेश पाण्डेय ने दो नवंबर को मिलर स्कूल पटना में सी पी आई के ‘‘भाजपा हटाओ – देश बचाओ’’ रैली को सफल बनाने के लिए बिहार के मेहनत कश जनता और आम आवाम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि रैली को संबोधित करने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आए, इससे हमारी एकता और भाईचारा और भी ज्यादा मजबूत हुआ। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी केंद्र की जनविरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ अनबरत संघर्ष कर रही है।
भाकपा नेता ने कहा कि विपक्षी दलों की एकता आज वक्त की पुकार है, हम सब मिलकर भाजपा को हराएंगे, देश को बचाएंगे। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव नागेंद्र नाथ ओझा, रामकृष्ण पांडा, और अन्य नेता उपस्थित थे।