रामचंद्र सिंह यादव के निधन से औरंगाबाद ने अपना एक क्रांतिकारी किसान नेता खो दिया : इरफान

पू्र्व विधायक रामचन्द्र सिंह यादव के निधन से शोक की लहर

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले के रफीगंज के पूर्व विधायक काॅमरेड रामचंद्र सिंह यादव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य व बिहार राज किसान सभा के अध्यक्ष का 11 मई को निधन हो गया। ऑल इंडिया हॉकर्स फोरम व ऑल इंडिया तंजीम ए इंसाफ ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। ऑल इंडिया हॉकर्स फोरम के महासचिव इरफान अहमद फातमी ने कहा कि रामचंद्र सिंह यादव की जिंदगी शिक्षक के रूप में शुरू हुई थी।

उसके बाद वे ओबरा, औरंगाबाद, रफीगंज, नबीनगर से विधानसभा पार्टी के टिकट पर लड़ने का मौका मिला। औरंगाबाद जिला में सामंती ताकत के खिलाफ लड़ाई मजबूती से लड़ने का काम किया। वे लंबे समय तक मुखिया के पद पर भी रहे। विभिन्न ट्रेड यूनियन आंदोलन में शामिल हुए। बिहार राज्य कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य अनुशासन समिति जैसे महत्वपूर्ण पदों पर आप विराजमान हुए। उनके खोने से औरंगाबाद आज अपने वरिष्ठ नेता को खो दिया। इरफान अहमद फातमी ने बताया कि बारूण थाना क्षेत्र के बिलट बिगहा गांव में उनका जन्म हुआ था। वे 78 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस लिए।

बताते चलें कि भूतपूर्व विधायक रामचंद्र सिंह यादव बारूण प्रखंड के बिलट बिगहा गांव निवासी थे, जो वर्तमान में सोननगर के केशव पुर में रहा करते थे। इनका जन्म 28 मार्च 1950 को पैतृक गांव बिलटबिगहा में हुआ था। ये छ:भाई में सबसे छोटे भाई थे। इनके पिता जी एक किसान थे ,तब उस समय राजनीतिक के क्षेत्र में इनका कोई परिवार नही था। रामचंद्र सिंह यादव अपनी पढ़ाई एम.एस.सी तक करके ओबरा उच्च विद्यालय में 1973 ई. में शिक्षक के पदभार को ग्रहण किया था। लेकिन इनकी इच्छा थी कि राजनीतिक में आकर लोंगो की सेवा करें। इन्होंने एक वर्ष बाद शिक्षक का पद त्याग दिया और राजनीति के क्षेत्र में उतरे जहां जगदीश पुर पंचायत का मुखिया 1995 तक यानी 22 वर्ष तक बने रहे। इसके बाद इन्होंने सीपीआई पाटी में अच्छे कार्यकर्ता के रूप में शामिल हो गए और 1995 ई. में रफीगंज विधानसभा से एम एल ए पद को जीत कर पहली बार विधायक बनें।