पटना विश्वविद्यालय पर AISF ने किया रोषपूर्ण प्रदर्शन, प्रॉक्टर ने लिया ज्ञापन

  • कुलपति ने एआईएसएफ नेता से फोन पर बात कर केवल फाइनल ईयर की परीक्षा लेने का दिया संकेत

पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रमोट करने के सवाल पर ऑल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (AISF) के द्वारा घोषित प्रदर्शन के दूसरे दिन राज्य के विभिन्न हिस्सों में छात्र सड़कों पर उतरे और रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। पटना विश्वविद्यालय शताब्दी द्वार पर छात्र प्रदर्शन करने लगभग 12बजे पहुंचे, छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने गेट को बन्द कर दिया। छात्रों ने गेट पर ही रोषपूर्ण प्रदर्शन जारी रखा। हालांकि दैनिक कार्यों को लेकर शिक्षक, कर्मियों एवं छात्रों को यूनिवर्सिटी जाने दिया।

छात्र सीबीएसई और आईसीएसई के तर्ज पर विश्वविद्यालय के परीक्षाओं में छात्रों को प्रमोट करो,कोरोना के वजह से एक साल से अधिक से कैंपस बन्द तो परीक्षा क्यों जवाब दो, सभी परीक्षाओं में छात्रों को प्रमोट कर सत्र नियमित करो, स्थिति सामान्य होने पर वैकल्पिक परीक्षा लो आदि नारे रोषपूर्ण तरीके से लगाए। प्रदर्शन की जानकारी पाकर लगभग डेढ़ बजे पटना विश्वविद्यालय प्रॉक्टर रजनीश कुमार विश्वविद्यालय गेट पहुंचे और चार सदस्यीय प्रतिनधिमण्डल को वार्ता के लिए चैम्बर में बुलाया।

वहीं प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर पटना विश्वविद्यालय कुलपति गिरीश चन्द्र चौधरी ने एआइएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार से फोन पर बात किया। कुलपति ने कहा कि वे कोरोना के वजह से खुद ही अस्वस्थ रहे हैं इस कारण मुलाकात के बजाय फोन पर ही बात करें। एआइएसएफ नेता ने कहा कि बीच वाले अवधि को छोड़कर कैम्पस लम्बे दिनों से बन्द है। कोरोना के प्रलयंकारी रूप ने विश्वविद्यालय परिवार के कई सदस्यों को असमय हमलोगों से अलग कर दिया है। बिना पढ़ाई की परीक्षाएं लेने के बजाय विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रहित में तत्काल प्रमोट करने एवं स्थिति सामान्य होने पर वैकल्पिक परीक्षा उन छात्रों को लेने पर विश्वविद्यालय को विचार करना चाहिए,जो छात्र संतुष्ट नहीं हों।

कुलपति ने कहा कि फाइनल ईयर की परीक्षाएं लेने पर छात्रों का मंतव्य क्या है? उन्होंने कहा कि फाइनल ईयर की परीक्षाएं नहीं ली जाये तो छात्रों को बाहर में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। छात्र नेता ने कहा कि यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को कम से कम परीक्षाएं लेने को आगाह किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन अगर चाहे तो कोरोना प्रोटोकॉल एवं पर्याप्त दूरी का पालन करते हुए फाइनल ईयर की परीक्षायें ले ले। लेकिन अन्य विद्यार्थियों को परीक्षा से मुक्त रखे। कुलपति ने कहा कि तत्काल में तो अभी वे किसी भी परीक्षा लेने की स्थिति में नहीं है। छात्रों की भावनाओं से वे विश्वविद्यालय एवं अन्य उच्चस्तरीय बैठकों में बात रख छात्रों के भावनाओं के अनुरूप कोई निर्णय कराने की स्थिति में होंगे।

वहीं कुलपति से बातचीत के बाद लिखित ज्ञापन प्रॉक्टर रजनीश कुमार को उनके चैम्बर में जाकर दिया। प्रतिनिधिमंडल में एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार, एआइएसएफ के राज्य सह सचिव जन्मे जय कुमार, राज्य परिषद सदस्य संदीप गुप्ता एवं जिला उपाध्यक्ष तौसीक आलम शामिल थे। वहीं प्रदर्शन में राज्य कार्यकारिणी सदस्य सफदर इरशाद, एआइएसएफ नेता संतोष कुमार, पवन कुमार, आनंद कुमार, प्रिंस राज, अरशद, अभिषेक कुमार, तौसीफ मौजूद थे।