Aurangabad (Liveindianews18)। रफीगंज प्रखंड में एक आशा कार्यकर्ता द्वारा 16 वर्षीय किशोरी को बहला-फुसला कर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में पीड़िता की मां ने स्थानीय थाना को दिए आवेदन में कहा है कि उसकी 16 वर्षीया पुत्री को आशा कार्यकर्ता ट्रेनिंग के नाम पर गांव से कभी रफीगंज तो कभी औरंगाबाद लेकर जाती थी। उससे गलत काम करवाती तथा पैसे कमाती थी। इसके एवज में लड़की को कभी 100 रूपया तो कभी दो सौ रुपया दिया करती थी।
इसी दौरान वह गर्भवती हो गई तो आशा ने उसे पहले गर्भपात की दवा खिलाई जिससे तबीयत बिगड़ने लगी। बिगड़ती तबियत को देख उसने उसे अपने संपर्क के अस्पताल साईं हॉस्पिटल महाराजगंज, रफीगंज में भर्ती कराया। इस दौरान जब किशोरी घर नहीं पहुंची तो खोजबीन की तो पता चला कि अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल में अपनी लड़की से पूछताछ की तो बोली कि 5 माह की गर्भवती थी।
आशा द्वारा यहां लाकर गर्भपात कराया गया है। इस संबंध में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा गया। आशा धमकी देती थी कि तुमको अगर किसी को यह सब बातें बताई तो लड़कों से जान मरवा देंगे। थानाध्यक्ष आनंद कुमार ने बताया कि मामले में आरोपी आशा कार्यकर्ता तथा साईं हॉस्पिटल के डॉक्टर एवं कंपाउंडर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
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