औरंगाबाद-गया में चल रही तीन अवैध मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन, भारी मात्रा में निर्मित-अर्द्ध निर्मित हथियार, कल-पुर्जें व औजार बरामद, आधा दर्जन से अधिक हथियार कारोबारी गिरफ्तार

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद और गया जिले में तीन अलग-अलग ठिकानों पर चल रही अवैध मिनी गन फैक्ट्री का पुलिस ने उद्भेदन किया है। तीनों ठिकानों से भारी मात्रा में निर्मित, अर्द्ध निर्मित अवैध हथियार, कल-पुर्जे एवं औजार बरामद किए गए है। अवैध मिनी गन फैक्ट्रियों का उद्भेदन औरंगाबाद के दाउदनगर थाना के जमुआवां, ओबरा थाना के सोनवर्षा और गया जिले के टेकारी थाना के मलेहा से किया गया है। मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक हथियार निर्माता कारीगरों, सप्लायर्स और लाइनर्स को गिरफ्तार किया है। औरंगाबाद के पुलिस महकमें में तीन अवैध मिनी फैक्ट्रियों का उद्भेदन एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।

दाउदनगर के जमुआवां में पहली गन फैक्ट्री का उद्भेदन

औरंगाबाद की पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने शुक्रवार की शाम प्रेसवार्ता में बताया कि गुप्त सूचना मिली कि दाउदनगर थाना के जमुआंवा गांव से कुछ दूरी पर एक बोरिंग रूम में मिनी गन फैक्ट्री संचालित की जा रही है। इस सूचना पर पुलिस की एक विशेष ऑपरेशन टीम गठित कर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस अंदर का नजारा देखकर हैरान रह गयी। अंदर तरह -तरह के अवैध हथियार बनाने की पूरी फैक्ट्री लगी हुई थी। फैक्ट्री में हथियार बनाने के सारे साजो सामान, कल-पुर्जें, यंत्र, मशीन और हर तरह के औजार उपलब्ध थें।

नक्सलियों को बनाकर हथियार बेंचने के पूर्व के आरोपी समेत पांच गिरफ्तार

मौके से गन फैक्ट्री में काम कर रहे पांच कारीगरों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार कारीगरों में अरवल जिले के कलेर थाना के कलेर निवासी जितेन्द्र कुमार, दाउदनगर थाना के जमुआंव निवासी बबन साव, इसी थाना के ठाकुर बिगहा निवासी वकील पासवान, गया जिले के टेकारी थाना के मल्हेया निवासी संजय विश्वकर्मा एवं ओबरा थाना के घटारो निवासी मनोज सिंह शामिल है। इनमें संजय पर नक्सलियों को हथियार बनाकर सप्लाई करने के आरोप में गया के टेकारी थाना में पूर्व से कांड संख्या-118/03 दर्ज है।


इन सामानों की हुई बरामदगी

जमुआवा में मिनी गन फैक्ट्री से 12 देसी कारबाइन, तीन मिनी देसी कारबाइन, 50 पीस स्प्रिंग, 26 पीस वेल्डिंग रॉड, एक हेक्सा ब्लेड, 7 पीस रेती, दो छोटा रेती, दो पीस लिवर, एक सलाई रिंच, एक बड़ा गुना काटने वाला कटर, एक छोटा गुना काटने वाला कटर, 35 पीस गुना काटने वाला ड्रील कटर,  9 पीस लोहे का छोटा-बड़ा सुम्मा, 15 पीस लोहे की छोटी-बड़ी छेनी, एक बंडल सरेस पेपर, एक पेचकस, एक छोटा गोटी रिंच, 10 पीस लोहे का वासर, एक वेल्डिंग मशीन, 10 फीट लंबा वेल्डिंग वायर, 3 पीस लोहे की छोटी-बड़ी हथौड़ी, दो पीस लोहे की सड़सी, एक रॉड कटर मशीन, एक छोटा लेथ मशीन, दो लकड़ी का बेस पीढ़ा, एक हवा देने वाला लोहे का उपकरण, 303 बोर का एक जिंदा कारतूस एवं दो बाइक शामिल है।


ओबरा थाना के सोनवर्षा में दूसरी गन फैक्ट्री का उद्भेदन

एसपी ने बताया कि दूसरी अवैध मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन ओबरा थाना के सोनवर्षा से गुप्त सूचना पर ही किया गया। मौके से गांव के ही निवासी फैक्ट्री संचालक मुन्ना सिंह को गिरफ्तार किया गया। साथ ही दो बड़ा राईफल, मैगजीन सहित दो देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, 12 केएफ का 22 जिंदा कारतूस, 7.6 केएफ का दो कारतूस, दो बड़ा  रेती, एक छोटा रेती, एक ब्लेड, 6 पीस रिंच, एक छेनी, एक टेस्टर, एक सलाई रिंच एवं एक छोटा मोबाइल बरामद किया गया है।


गया के टेकारी के मल्हेया में चल रही तीसरी मिनी गन फैक्ट्री का भी उद्भेदन

एसपी ने बताया कि दाउदनगर के जमुआवा में मिनी गन फैक्ट्री के उद्भेदन में पकड़े गए गया जिले के टेकारी थाना के मल्हया निवासी संजय विश्वकर्मा की निशानदेही पर वहां की पुलिस ने भी उसके घर में चल रही मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। वहां भी निर्मित अवैध हथियार एवं हथियार बनाने के उपकरण बरामद किया गया है। वहां भी टेकारी थाना में मामला दर्ज किया गया है जबकि यहां दाउदनगर और ओबरा थाना में भादंवि की सुसंगत धाराओं के तहत दो अलग अलग मामला दर्ज कर सभी छः अभियुक्तों  को जेल भेज दिया गया है।


अवैध हथियार कारोबार के नेटवर्क का पता लगाने व अन्य की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम का गठन

एसपी ने कहा कि अवैध हथियार निर्माण की तीन मिनी फैक्ट्रियों के उद्भेदन से अवैध हथियार कारोबार के बड़े नेटवर्क के बारे में अहम जानकारी मिली है। इस नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के लिए एक स्पेशल टीम गठित की गई है। टीम जल्द ही बड़ा खुलासा करेगी।


मिनी गन फैक्ट्रियों को पकड़ने वाली टीम में ये पुलिस अधिकारी रहे शामिल

अवैध मिनी गन फैक्ट्रियों का उद्भेदन करने वाली पुलिस टीम में एएसपी अभियान मुकेश कुमार, जिला आसूचना इकाई के प्रभारी रामइकबाल यादव, इकाई के अन्य सदस्यगण,  दाउदनगर के इंस्पेक्टर सुनील कुमार, दाउदनगर के पुअनि नरेंद्र प्रसाद, ओबरा थाना के पुअनि रामनाथ राय, परीक्ष्यमान पुअनि रंधीर कुमार एवं संबंधित थाना के अन्य सशस्त्र बल के जवान शामिल रहे।