औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। कोरोना काल होने के कारण ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण सौर तीर्थ स्थल देव में लगने वाले चार दिवसीय छठ मेला का आयोजन इस बार कार्तिक छठ में नहीं होगा। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जारी आदेश के अनुसार देव में कार्तिक छठ मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। साथ ही साथ देव के पाताल गंगा स्थित तालाब में भी छठ व्रत को लेकर अर्घ्य नहीं दिया जाएगा।
सोमवार को औरंगाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी सह देव सूर्य मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा, एसडीपीओ अनूप कुमार, एएसपी अभियान, देव के अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार, देव थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा ने सदल बल देव स्थित पातालगंगा का भ्रमण किया।
भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने समिति न्यास समिति से जुड़े लोगो और स्थानीय लोगो से बातचीत की। एसडीओ ने देव के अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि देव स्थित पाताल गंगा की बहुत सारी जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है। पातालगंगा की जमीन से जुड़े सभी दस्तावेजों का अवलोकन कर मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में कार्रवाई करें।
एसडीओ ने बताया कि छठ पर्व के दौरान पातालगंगा तालाब में अर्घ्य अर्पित नहीं किया जाएगा तथा कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित मेला का आयोजन भी नहीं किया जाएगा। पातालगंगा भ्रमण के बाद अधिकारियों के दल ने देव में भ्रमण कर वस्तु स्थिति का समीक्षा की।
मंदिर परिसर में समिति के सदस्यों और स्थानीय लोगो से छठ मेला को लेकर बैठक कर चर्चा की। इस दौरान एसडीओ ने कहा कि चैती छठ मेला के तर्ज पर कोविड -19 के गाइडलाइन को देखते हुए मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। छठ पर्व पर न्यास समिति सूर्य कुंड तालाब परिसर की साफ सफाई कराएगी लेकिन श्रद्धालुओं के लिए सूर्यकुंड परिसर पूरी तरह बंद रहेगा।
वही देव स्थित प्राचीन सूर्य मंदिर में मुख्य पुजारी प्रतिदिन की तरह पूजा पाठ करेंगे जबकि आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा। स्थानीय लोग मुख्य सड़क पर से सिर्फ भगवान का दर्शन कर सकेंगे। छठ पूजा पर रोक को लेकर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की जायेगी ताकि स्थानीय लोगो की भीड़ नहीं हो। साथ ही साथ जगह जगह होर्डिंग लगाकर कोरोना वायरस से संबंधित जागरूकता अभियान और छठ पूजा पर रोक को लेकर बैनर होर्डिंग लगाया जाएगा।