औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। अभाविप के वरीय छात्र नेता और मगध विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य दीपक कुमार ने एमयू के कुलपति को भ्रष्टाचार, अराजकता एवं अनियमितता के मामले की पुष्टि होने के बावजूद निलंबित तथा गिरफ्तार नहीं किये जाने पर गहरी नाराजगी जताई है।
श्री कुमार ने रविवार को यहां प्रेस वार्ता में कहा कि सर्वविदित है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पर लगातार भ्रष्टाचार अराजकता अनियमितता के आरोप शुरू से ही लगते रहे। इसी कड़ी में अभाविप द्वारा पुख्ता सबूत एवं तथ्य देने के बाद राजभवन द्वारा बनाई गई जांच समिति की अगुवाई ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति कर रहे थे उनकी जांच समिति ने उन्हे क्लीन करार दिया लेकिन जब स्पेशल विजिलेंस यूनिट द्वारा कुलपति के आवास पर छापा मारा गया तो राशि के साथ-साथ भ्रष्टाचार अराजकता के संबंधित कई कागजात भी बरामद हुए। इस कारण राजभवन द्वारा बनाई गई जांच समिति खुद जांच एवं संदेह के घेरे में खड़ी हो गई है। इतना सब होने के बावजूद मगध विश्वविद्यालय के कुलपति की गिरफ्तारी एवं बर्खास्तगी अभी तक नहीं हो सकी। उल्टे स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी पर जाने के लिए अनुमति प्रदान कर दी गई जो गंभीर चिंतनीय विषय है। इसी प्रकार के हालात बिहार के सभी विश्वविद्यालयों का है, जहां पूर्व से कई जांच अभी तक लंबित है, जिन पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है बल्कि उन लोगों को विश्वविद्यालयों के दो-दो तीन-तीन से भी ज्यादा महत्वपूर्ण पदों पर बिठाने का काम होता आ रहा है। ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर बिहार के संपूर्ण समाज में काफी नाराजगी आम जनमानस में शिक्षा व्यवस्था के ऊपर समाज की विश्वसनीयता पूरी तरह से प्रभावित हुई है जिसके कारण बिहार के सभी जिलों व विश्वविद्यालयों में आंदोलित है। ऐसे ही छात्र आंदोलन आम जनमानस के आंदोलन के रास्ते पर जा सकता है, जो बेहद निराशाजनक है।
इस परिस्थिति को देखते हुए हम मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को अविलंब पद पद से मुक्त कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करने, सभी वर्ग की छात्राओं एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों से स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई में 2016 से लिए गए फीस की वापसी अनिवार्य एवं विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता प्राप्त निजी महाविद्यालय में इस नियम का पालन नहीं होने के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने, सभी विश्वविद्यालयों में संविदा पर तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग में अवैध नियुक्तियां एवं अनुपालन में हुई गड़बड़ी को ठीक करते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने तथा महाविद्यालय विश्वविद्यालय के द्वारा बिना किए हुए कार्यों को तुरंत रोक लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की जाने, कई महाविद्यालय के जोत वाली जमीन को बिना किसी टेंडर के अपने मनचाहे लोगों को देकर राजस्व की क्षति कर बड़े पैमाने पर किए गये भ्रष्टाचार की जांच अविलंब कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने, पूर्व से दागी एवं भ्रष्टाचारी सभी विश्वविद्यालय अधिकारियों को चिन्हित करते हुए शीघ्र पदों से उनको हटाने तथा भविष्य में उन्हें किसी पद पर नियुक्त नहीं करने, सभी विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं घोर अनियमितता की उच्च स्तरीय जांच उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में कराने, सीनेट सिंडिकेट की नियमित बैठक के नियमानुसार उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए करने, वित्त समिति में कुलाधिपति व सरकार द्वारा नामित को अनिवार्य शामिल करने, बिना बैठक किए विश्वविद्यालय के विभागों में कोई भी खरीदारी ना हो, विश्वविद्यालयों का ऑडिट जारी हो, विश्वविद्यालयों में उत्तर पुस्तिका की खरीद बाजार भाव से कई गुना ज्यादा कीमत पर हो रही है, इस खुली लूट पर लगाम लगे तथा दोषियों को दंडित किया जाए। कई विश्वविद्यालयों में विश्वविद्यालय प्रेस को इसलिए बंद कर दिया गया ताकि आउटसोर्सिंग करके लूट तंत्र चलता रहे। अविलंब बंद पड़े विश्वविद्यालय प्रेस को शुरू किया जाए तथा जहां नहीं है, वहां प्रेस को स्थापित किया जाए समय से प्रवेश परीक्षा परिणाम हो तथा सत्र नियमित किया जाए। विश्वविद्यालयों का एकेडमिक कैलेंडर जारी हो। उनका अनुपालन सुनिश्चित विश्वविद्यालयों के महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति अस्थाई नियुक्ति हो महाविद्यालय प्राचार्यो के पदों पर स्थाई नियुक्ति कर पूर्णकालिक प्रचार मिले विकल्प रहते हुए भी प्रभार देने के नाम पर जो खुद पूरी चल रही है। उस पर शीघ्र नोट रोक लगाने की व्यवस्था बनाई जाए। उन्होंने कहा कि आज मगध विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों में परीक्षा का लेट होना प्रकाशित करने में विलंब सामान्य विषय हो गया है। औरंगाबाद के सच्चिदानंद सिंहा महाविद्यालय सहित सभी कॉलेजों में समय पर नामांकन हो। इस अवसर पर एसएफडी प्रमुख पुष्कर अग्रवाल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशिका सिंह, जिला सोशल मीडिया प्रभारी विश्वजीत कुमार, नगर मंत्री कुणाल, कॉलेज अध्यक्ष ऋषि राज, अभय कुमार, पवन कुमार, अंकित कुमार, अंकित सिंह, हेमंत शर्मा, दिलीप चौहान एवं विशाल रॉय आदि उपस्थित थे।