44वां रामरूप मेहता महोत्सव मंगलवार को, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति करेंगे उद्घाटन

  • समाजवादी नेता को जयंती पर दी जाएगी श्रद्धांजलि
  • अरवल और औरंगाबाद के बीच होगा फुटबॉल मुकाबला
  • 1981 से हर दो जनवरी को होता है हसपुरा में समारोह

हसपुरा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। पिछले 43 वर्षों की तरह इस बार भी दो जनवरी को रामरूप मेहता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। समारोह का उद्घाटन मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शशि प्रताप शाही करेंगे। समारोह में औरंगाबाद और अरवल के बीच फुटबॉल मैच होगा। समारोह को लेकर सारी तैयारियां की जा चुकी हैं। इसकी जानकारी आयोजन समिति के अध्यक्ष अरविंद कुमार वर्मा ने दी।

विजेता टीम को दी जाएगी शील्ड

तैयारियों की समीक्षा को लेकर हसपुरा आईटीआई हसपुरा में बैठक की गई। बैठक में शामिल उपाध्यक्ष सैयद शाहबाज मिन्हाज ने कहा कि हमेशा की तरह पहले शहीद रामरूप मेहता को श्रद्धांजलि दी जाएगी और इसके बाद फुटबॉल मैच का आयोजन किया जाएगा। मैच में इस बार सर्वोदय छात्र युवा क्लब अरवल और डीएफसी फुटबॉल क्लब औरंगाबाद की टीम भाग ले रही है। दोनों ही टीमें पूर्व में विजेता रह चुकी हैं।

50 हजार से अधिक लोग होंगे शामिल

आयोजन समिति के सदस्य गजेंद्र शर्मा और सनाउल्लाह रिजवी ने कहा कि समारोह को लेकर पूरे इलाके में चर्चा है। यह समारोह अब मगध की संस्कृति का हिस्सा हो चुका है। इस बार 50 हजार से भी अधिक लोगों को शामिल होने का अनुमान है। बेहतर आयोजन के लिए आयोजन समिति के सभी लोग दिन-रात परिश्रम कर रहे हैं।

समाजवादी नेता थे रामरूप मेहता

रामरूप मेहता समाजवादी नेता थे, जिनका जन्म प्रखंड के बिरहारा गांव में दो जनवरी 1936 को हुआ था। उन्होंने विनोबा भावे के साथ भूदान आंदोलन में और जयप्रकाश नारायण के साथ सर्वोदय आंदोलन में काम किया था। फिर डॉ. राममनोहर लोहिया के संपर्क में आकर समाजवादी राजनीति से जुड़े। उन्होंने सिंचाई, शिक्षा, रोजगार, सामाजिक समानता आदि विषयों को लेकर काफी असरदार ढंग से काम किया। मधु लिमये, रामानंद तिवारी, कर्पूरी ठाकुर, रामराज सिंह, जगदेव प्रसाद आदि समाजवादी नेताओं से उनकी गहरी मित्रता थी। षड्यंत्र के तहत 16 मार्च 1980 को उनकी हत्या करवा दी गई।