औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद में पिछले 10 साल से शिविर आयोजित कर मुस्लिम समुदाय के दीन परिवारों की बेटियों का सामूहिक निकाह करा रही इस्लाम मतावलंबियों की सामाजिक संस्था “इस्लामी बढ़ते कदम” ने इस साल भी सामूहिक निकाह शिविर का आयोजन किया हैं। इस साल का यह शिविर 10 दिसंबर को आयोजित होगा।
आयोजक संस्था के इस वर्ष के लिए अमीर बने मो. मरगुब आलम ने प्रेसवार्ता में बताया कि मुस्लिम समुदाय के दीन परिवार की बेटियों के हाथ पीले कराने के पाक ईरादें वाला इस बार का 11वां सामूहिक निकाह शिविर 10 दिसंबर को शहर के मदरसा इस्लामियां मैदान में आयोजित होगा। शिविर में गरीब परिवार की दस बेटियों का निकाह होगा। कहा कि सामूहिक निकाह के आयोजन की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। शिविर में आने वाले वर और वधू दोनों पक्ष के ठहरने और खाने के पक्के इंतजाम किए गए है। निकाह कराने के लिए योग्य मौलवियों को आमंत्रित किया गया है, जो पूरे रीति रिवाज के साथ निकाह संपन्न कराएंगे। इस आयोजन के दौरान आयोजक संस्था सराती की भूमिका में रहेगी। शिविर में आने वाले वर पक्ष के सभी लोगों का गर्मजोशी के साथ स्वागत और सम्मान होगा। साथ ही निकाह शिविर में मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदाय की कई नामचीन हस्तियां निकाह के बाद नव दंपत्तियों को सुखमय दांपत्य जीवन का आर्शीवाद देंगी।
निकाह के बाद रुखसती के मौके पर संस्था की ओर से नव दंपत्तियों को जिंदगानी जरूरियात की वस्तुएं उपहार के रूप में प्रदान की जाएंगी। इन वस्तुओं में पलंग, कुर्सी, गद्दा, बेडशीट, चादर, रजाई, कपड़े, बर्तन, किचेन सेट, संदूक, अटैची आदि सामग्रियां शामिल रहेगी। वही संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर सैयद अतहर हुसैन उर्फ मंटू, आयोजक संस्था के फाउंडर सदस्य सह पूर्व अमीर सैयद मो. दायम ने कहा कि सामूहिक निकाह कैम्प के आयोजन की सारी तैयारी मुकम्मल हो गई है। बस बारात आने का इंतज़ार है। कहा कि हमारी धार्मिक किताबें कहती है कि शादियों को आसान बनाया जाए। इसलिए इस तरह का आयोजन कर संस्था समाज में एक नई रोशनी फैलाने का काम कर रही हैं। पूर्व अमीर जहीर अहसन आजाद ने कहा कि पूरे शहर से हमारी संस्था को जो प्यार और सहयोग मिलता है, उसी का नतीजा है कि संस्था 11वीं बार इतना बड़ा आयोजन करने जा रही है। यह प्रेसवार्ता में रंगकर्मी आफताब राणा, मो. एकबाल, मोजफ्फर इमाम कुरैशी, मो. खालिद, मो. महफूज़ आलम, कलीम खां, कुद्दूस अंसारी, सज्जाद खां, जुल्फेकार हैदर, नेसार अहमद एवं हफीज अंसारी आदि मौजूद रहे।