नई दिल्ली। अफगानिस्तान से शुक्रवार को 110 हिन्दू और सिख भारत लाए गए। यह लोग काबुल से चार्टर फ्लाइट से नई दिल्ली पहुंचे। भारत सरकार की प्रत्यावर्तन से जुड़ी यह फ्लाइट वहां फंसे भारतीय नागरिकों और हिंदू और सिख समुदाय के व्यथित अफगान नागरिकों को भारतीय नागरिकों के जीवनसाथी के साथ वापस ला रही है।
सोबती फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा पुनर्वास
इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने यात्रियों का वापसी संबंधी वीडियो भी साझा किया है। इंडिया वर्ल्ड फोरम ने कहा कि उनके आने के बाद अफगान नागरिकों का सोबती फाउंडेशन द्वारा पुनर्वास किया जाएगा। बयान में कहा गया, ‘यह उल्लेख करना उचित है कि गुरुद्वारा गुरु हर राय (शोर बाजार, काबुल) में आतंकवादी हमले के दौरान मारे गए स्थानीय सुरक्षा गार्ड महरम अली के परिवार को भी सुविधा दी जा रही है और एयरलिफ्ट किया जा रहा है और उन्हें सोबती फाउंडेशन द्वारा पुनर्वास किया जाएगा।’
धार्मिक ग्रंथ भी लाए गए दिल्ली
इस विमान से ऐतिहासिक गुरुद्वारों और मंदिरों से गुरुग्रंथ साहिब और हिन्दू धार्मिक ग्रंथ भी दिल्ली लाए गए। इसमें काबुल स्थित पांचवीं शति के आसामाई मंदिर से लाए गए रामायण, महाभारत और गीता भी शामिल हैं। गुरुग्रंथ साहिब को महावीर नगर स्थित गुरुद्वारा गुरु अर्जुन देव जी और हिन्दू धर्म ग्रंथों को अस्माई मंदिर फरीदाबाद ले जाया जाएगा।
इंडियन वर्ल्ड फोरम के मुताबिक अफगान नागिरकों का सोबती फाउंडेशन पुनर्वास करेगा। पिछले सप्ताह सरकार ने संसद में बताया था कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से 565 लोगों को भारत सरकार वहां से निकाल चुकी है।
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं. व्हाट्सएप ग्रुप व टेलीग्राम एप पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें. Google News पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें)