World Cup Final 2023 Ind vs Aus: ट्रेविस हेड (137) और मार्नस लाबुशेन (58*) व गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को छठी बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता। ऑस्ट्रेलिया ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में भारत को 42 गेंदें शेष रहते 6 विकेट से मात दी।
ऑस्ट्रेलिया द्वारा पहले बल्लेबाजी के आमंत्रण को स्वीकारने वाली भारतीय टीम 50वें ओवर की आखिरी गेंद पर 240 रन बनाकर ऑलआउट हुई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।
ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार विश्व कप खिताब जीता। कंगारू टीम ने इससे पहले 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में वर्ल्ड कप खिताब जीता था। 20 साल बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप फाइनल में आमने-सामने थे, लेकिन रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली टीम उस हार का बदला लेने में नाकाम रही। 2003 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 125 रन की शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
वहीं, भारतीय खेमा निराश और मायूस दिखा। भारतीय टीम आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने में नाकाम रही। भारत ने आखिरी बार 2013 चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता था और इसके बाद से उसके आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार बरकरार है।
भारत ने 12 साल बाद वर्ल्ड कप फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन खिताब जीतने से चूक गई। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के वर्ल्ड कप जीतने का सपना अधूरा रह गया। हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा बेहद भावुक दिखे। उनके आंसू नहीं रुक रहे थे।
बुमराह-शमी ने दिए शुरुआती झटके
241 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत खराब रही। मोहम्मद शमी ने डेविड वॉर्नर (7) को स्लिप में विराट कोहली के हाथों कैच आउट कराकर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया। इसके बाद बुमराह ने मिचेल मार्श (15) को विकेटकीपर राहुल के हाथों कैच आउट कराकर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। बुमराह ने स्टीव स्मिथ (4) को एलबीडब्ल्यू आउट करके भारत को मैच में ला खड़ा किया।
हेड-लाबुशेन ने किया निराश
इसके बाद ट्रेविस हेड (137) और मार्नस लाबुशेन (58*) ने तीसरे विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया को छठी बार चैंपियन बनाया। ट्रेविस हेड ने केवल 95 गेंदो में 14 चौके और एक छक्के की मदद से अपने वनडे करियर का पांचवां शतक जमाया। वर्ल्ड कप में हेड ने दूसरा शतक जमाया। ऑस्ट्रेलिया जीत से महज 2 रन दूर थी, तब हेड आउट हुए। सिराज ने हेड को शुभमन गिल के हाथों कैच आउट कराया।
वहीं, मार्नस लाबुशेन ने 99 गेंदों में तीन चौके की मदद से 50 रन पूरे किए। लाबुशेन ने एंकर की भूमिका निभाई और भारत से मैच दूर कर लिया। ग्लेन मैक्सवेल (2*) ने विजयी शॉट लगाया और ऑस्ट्रेलिया को अगले चार साल तक के लिए चैंपियन बना दिया। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने दो जबकि मोहम्मद शमी ने एक विकेट चटकाया।
रोहित शर्मा चले, गिल ने किया निराश
इससे पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। भारत को कप्तान रोहित शर्मा (47) ने आक्रामक शुरुआत दिलाई, लेकिन शुभमन गिल (4) कुछ खास नहीं कर सके। उन्होंने स्टार्क की गेंद पर खराब शॉट खेलकर मिड ऑन पर एडम जंपा को कैच थमाया और पवेलियन लौटे।
इसके बाद विराट कोहली (54) और रोहित शर्मा ने दूसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की। तब ग्लेन मैक्सवेल ने रोहित शर्मा को प्वाइंट पर ट्रेविस हेड के हाथों कैच आउट कराकर भारत को दूसरा झटका दिया। रोहित शर्मा ने 31 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 47 रन बनाए।
रन गति पड़ गई धीमी
रोहित के आउट होने के बाद पैट कमिंस ने श्रेयस अय्यर (4) को विकेटकीपर जोश इंग्लिस के हाथों कैच आउट कराकर भारत को तीसरा झटका दिया। इसके बाद कोहली और केएल राहुल (66) ने भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन रन गति बेहद धीमी पड़ गई। दोनों बल्लेबाजों के क्रीज पर रहते बाउंड्री का सूखा पड़ गया।
राहुल ने स्वीप शॉट के जरिये चौका जमाकर इस सूखे को खत्म किया। 97 गेंदों के बाद भारत ने पहली बाउंड्री जमाई। राहुल-कोहली ने चौथे विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी की। तब कमिंस की गेंद पर कोहली कट एंड बोल्ड हो गए। कोहली ने 63 गेंदों में चार चौके की मदद से 54 रन बनाए।
नहीं चला कोई बल्लेबाज
विराट कोहली के आउट होने के बाद भारतीयर टीम का कोई बल्लेबाज क्रीज पर नहीं जम सका। रवींद्र जडेजा (9) को हेजलवुड ने इंग्लिस के हाथों कैच आउट कराया। राहुल की पारी का अंत स्टार्क ने किया। राहुल ने 107 गेंदों में 1 चौके की मदद से 66 रन बनाए। अंत में सूर्यकुमार यादव (18) भी तेजी से रन नहीं बना सके। हेजलवुड ने उन्हें भी इंग्लिस के हाथों कैच आउट कराया।
मोहम्मद शमी (6) को स्टार्क ने इंग्लिस के हाथों कैच आउट कराया। जसप्रीत बुमराह (1) को एडम जंपा ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। कुलदीप यादव (10) आखिरी गेंद पर रन आउट हुए। भारत मौजूदा वर्ल्ड कप में पहली बार ऑलआउट हुई। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिचेल स्टार्क ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। जोश हेजलवुड और कप्तान पैट कमिंस को दो-दो विकेट मिले। ग्लेन मैक्सवेल व एडम जंपा के खाते में एक-एक विकेट आया।