औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की पहली लहर में पिछले साल थाली पिटवाने से लेकर दीयां तक जलवा चुकी सताधारी दल भाजपा के बिहार से औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने कोरोना की दूसरे लहर को अपने संसदीय क्षेत्र में नियंत्रित करने के लिए सैनिटाइजेशन के मामले में एक नवीन प्रयोग किया है।
उन्होने अमेरिका के तर्ज पर सैनिटाइजेशन के लिए ड्रोन की सेवा ली है। बिहार में यह पहला मौका है, जब औरंगाबाद में ड्रोन के माध्यम से सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को सांसद श्री सिंह ने अपने आवासीय परिसर से ड्रोन उड़ाकर की। ड्रोन को उड़ाने की औपचारिक शुरुआत के बाद औरंगाबाद के आकाश में उड़ान भरते हुए दो ड्रोन ने कोरोना फाईटर की भूमिका निभाई।
शहर के विभिन्न स्थानों में उंची उड़ान भर कर दोनो ड्रोन ने सैनिटाइजेशन का काम करते हुए कोरोना के खिलाफ वैश्विक जंग में योगदान किया। ड्रोन के माध्यम से शहर में सैनिटाइजेशन का कार्य दक्षिण भारत की एक निजी कंपनी द्वारा सांसद सुशील कुमार सिंह के सहयोग से किया जा रहा है। ड्रोन को उड़ा कर सैनिटाइजेशन का काम कर रहे कंपनी के एक कर्मचारी भारद्वाज ने बताया कि ड्रोन एक बार में दस लीटर लिक्विड सैनिटाइजिंग मैटेरियल लेकर उड़ान भर रहा है। एक बार के फुल चार्ज में ड्रोन के माध्यम से सात सौ मीटर की परिधि में सैनिटाइजिंग का काम किया जा रहा है।
इस मौके पर सांसद सुशील सिंह ने कहा कि औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए वे हरसंभव प्रयास कर रहे है। इन्ही प्रयासों की कड़ी में बिहार में पहली बार ड्रोन के माध्यम से औरंगाबाद शहर में सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है और यह कार्य औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के सभी शहरी इलाकों में कराया जायेगा जिसकी आज से शुरूआत हो गयी है। उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए उनके द्वारा हर मुमकिन प्रयास प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के गया और औरंगाबाद दोनो जिलो में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन फ्लो मीटर एवं अन्य वैसे मेडिकल इक्विपमेंट जो आसानी से उपलब्ध नही हो पा रहे है, को दोनो जिलो के सिविल सर्जन को उपलब्ध कराने जा रहे है।
गौरतलब है कि औरंगाबाद शहर में नागरिको के एक छोटे से समूह ने हाल में ही कोरोना की दूसरी लहर में जिले के सभी जनप्रतिनिधियों पर गुमशुदा होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था। इसी प्रदर्शन के बाद अब जनप्रतिनिधियो की सक्रियता को राजनीतिक हलको में इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। खैर बात चाहे जो भी हो लेकिन कोरोना को नियंत्रित करने के किसी भी प्रयास की सराहना होनी चाहिए और यह प्रयास भी निःसंदेह सराहनीय है।