विनीत ने बढ़ाया औरंगाबाद का गौरव, भारत सरकार ने दिया प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल बनाने के आविष्कार के लिए दिया स्वच्छता सारथी अवार्ड

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भारत सरकार ने औरंगाबाद के एक लाल को शनिवार को आईआईटी दिल्ली में आयोजित एक समारोह में स्वच्छता सारथी पुरस्कार से नवाजा है।

यह पुरस्कार मिलने से देश में औरंगाबाद का सम्मान बढ़ा है और इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से जिला एक बार पुनः गौरवान्वित हुआ हैं। पुरस्कार पानेवाले विनीत कुमार गोह प्रखंड के देवहरा निवासी धनेश प्रजापति और सुनीता देवी के सुपुत्र है। विनीत को यह पुरस्कार प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल बनाने के प्रोजेक्ट और कचरे से संबंधित अन्य कई अविष्कार के लिए प्रदान किया गया है। आईआईटी दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सारथी समारोह में विनीत ने अपने द्वारा किए गए कार्य को को दिखाया। इसके बाद विनीत का चयन स्वच्छता सारथी पुरस्कार के लिए हुआ।
उन्हे यह पुरस्कार भारत सरकार की संस्था इंवेंस्ट इंडिया के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार सह सचिव परमेद्र मानी ने प्रदान किया।

विनीत को इस पुरस्कार के पहले एक साल के लिए स्वच्छता सारथी फेलोशिप भी मिली थी। फेलोशिप के तहत उन्हे वेस्ट से वेल्थ कैसे बनाया जाए और अपने आसपास के लोगों को इसके लिए कैसे जागरूक किया जाए, पर काम करना था। यह कार्य भारत सरकार की टीम की निगरानी में विनीत द्वारा किया गया, जिसमें बेहतर कार्य करने के बाद विनीत को दिल्ली में 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को आयोजित दो दिवसीय स्वच्छता सारथी समारोह में आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम में विनीत द्वारा किए गए कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होने कचरे से यूजफुल चीजें बनाने और अपने काम को जमीनी स्तर पर उतारने के कार्य को प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया। इसके बाद इंवेस्ट इंडिया की टीम ने विनीत को स्वच्छता सारथी पुरस्कार के लिए चुना और उन्हें यह पुरुस्कार प्रदान किया। विनीत ने कहा कि इस पुरस्कार का श्रेय उनकी टीम, माता पिता और उनके गुरुजनों को जाता है, जिन्होंने उनके सपने को पूरा करने में अहम् योगदान दिया है।