जमुई(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। खैरा प्रखंड के अरुनमा बांक पंचायत अंतर्गत उग्रवाद प्रभावित एकतरबा गांव में आदिवासी समाज का शुक्रवार को आम सभा का आयोजन किया गया। आम बैठक की अध्यक्षता समाज सेवी चमन मुर्मू ने किया। बैठक में शिक्षा, चिकित्सा सेवा, बेरोजगारी, शुद्ध पेयजल आदि मूलभूत सुविधाओं जैसी अहम मुद्दों की आवश्यकता पर चर्चा की गयी।
चर्चा के दौरान यह बात सामने आयी कि एकतरबा गांव के आदिवासी समाज के लोग आजादी के लंबे अरसे बाद भी उपेक्षा का दंश झेलने को मजबूर है। यहां की जनता सरकार की लाभकारी योजनाओं से भी काफी दूर है। इन तमाम समस्याओं के मद्दे नजर स्वयं सेवी संगठन सर्व सेवा सहयोग समिति,जमुई ने एकतरबा गांव को गोद लेने का निर्णय लिया।
समिति के सचिव दुष्यंत कुमार ने कहा कि एकतरबा गांव को आदर्श ग्राम की पहचान मिले, इसके लिये सम्बन्धित सभी विभागों से सम्पर्क स्थापित कर सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन के लिये आग्रह किया जाएगा। अरुनमा बांक पंचायत के पूर्व मुखिया उमेश यादव ने कहा कि एकतरबा गांव ग्रामीणों का जीवन स्तर में सुधार के लिये हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।
आम बैठक में 25 सदस्यों का एकतरबा आदर्श ग्राम निर्माण संगठन का गठन किया गया। यह कमिटी छोटे-बड़े निर्णय लेकर ग्रामीण उत्थान के लिये कार्य करेगी। बैठक में छोटू मुर्मू, शिवा मुर्मू, भरत मुर्मू, राजो सोरेन, विशुन मरांडी, तेज तर्रार महिला शांति हेम्ब्रम, मंझली हंसदा, मालती सोरेन और पानो टुडू के अलावे सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित हुए।