… तो देश के भविष्य की रक्षा नए संसद भवन से नहीं बल्कि जन-आंदोलन से ही होगी

नई दिल्ली। सीपीआई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य व जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार को एकबार फिर निशाने पर लिया है। कन्हैया ने ट्वीट कर कहा कि “जब नेताओं को वतन से ज्यादा वेतन की, नेशन से ज्यादा कमीशन की, अन्नदाता से ज्यादा चंदादाता की चिंता होने लगे तब देश के भविष्य की रक्षा नए संसद भवन से नहीं बल्कि जन-आंदोलन से ही होगी”।

बता दें कि बुधवार को नए कृषि कानून को लेकर पूरे देश में विपक्ष की ओर से प्रदर्शन किया गया था। इसी कड़ी में वामदलों ने बिहार में प्रतिरोध दिवस मनाया। इस दौरान कन्हैया कुमार ने एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। कन्हैया ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और कहीं ना कहीं केंद्र सरकार किसानों के हित के लिए कार्य नहीं कर रही है इस बिल से किसानों को लाभ तो नहीं होगा पर इसका नुकसान जरूर होगा।

उन्होंने कहा ‘वन-नेशन, वन-कमीशन’ के आधार पर मोदी सरकार कुछ लोगों को फायदा पहुंचा रही है। वामपंथी नेता कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत सरकार खेती-किसानी को निजी कंपनियों के हाथ में सौंपना चाहती है और उससे पूरा लाभ कमाना चाहती है, जो किसान और आम जनता के विरोध में है। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि सरकार इसे वापस नहीं लेती।