चौकिएं नही, अब मैरिज से लेकर बर्थ सर्टिफिकेट तक उपलब्ध करायेंगे औरंगाबाद के किन्नर, जानिएं-कैसे होगा यह काम

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। केंद्र एवं राज्य सरकार आम अवाम खासकर गरीबों के कल्याण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है लेकिन जानकारी के अभाव में यह लाभ उन्हे नही मिल पाता है। इन्ही परिस्थितियों में औरंगाबाद में किन्नरो को अवाम तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की जिम्मेवारी मिली है। अब वह दिन दूर नही जब किन्नरो का समूह शादी विवाह और बच्चें के जन्म पर न केवल बलैया लेगा बल्कि मैरेज और बर्थ सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराएंगा।

दरअसल किन्नरो को यह जिम्मेवारी औरंगाबाद के जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने दी है। प्राधिकार किन्नरो को मैरिज, बर्थ, डेथ सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, वृद्धा पेंशन एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग के लिए प्रोत्साहन राशि भी देगा। औरंगाबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने बताया कि किन्नरों को इस काम के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है। किन्नर पारा लीगल वॉलंटियर का काम करेंगी। इस कार्य के लिए उन्हे एक निर्धारित मानदेय भी दिया जाएगा। उन्होने बताया कि आम तौर पर किन्नरों से लोग इस कारण दूर भागते है कि समाज में उनकी लोगो को हड़का कर मनमाना और मुंहमांगा पैसा लेने की नकारात्मक छवि बनी हुई है। लोगो तक सरकारी लाभ पहुंचाने का कार्य करने से किन्नरों की समाज में बनी नकारात्मक छवि भी सुधरेगी। साथ ही इस कार्य को करने से उन्हे एक सम्मानजनक राशि भी प्राप्त होगी। इसके अलावा प्रशिक्षण के दौरान किन्नरों को यह सख्त हिदायत भी दी गयी है कि वे शुभ कार्य के दौरान बलैया लेने किसी के यहां जाने पर किसी को न तो हड़काएंगे, न जोर जबरदस्ती करेंगे और न ही नकारात्मक छवि को बढ़ावा देने वाला कोई अमर्यादित व्यवहार करेंगे। प्रतिकूल कार्य करने की शिकायत मिलने पर उन्हे इस कार्य से मुक्त भी किया जा सकता है।

प्राधिकार का उदेश्य किन्नरों को पेशागत सम्मान दिलाने के साथ ही समाज के अंतिम पंक्ति के लोगो तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। प्राधिकार का मानना है कि किन्नर इस दायित्व का बखुबी निर्वहन कर सकेंगे क्योकि उनकी पहुंच समाज के हर तबके तक है और नकारात्मक छवि के बावजूद उनके प्रति समाज की भावना तिरस्कार करने वाली नही है बल्कि लोग अपने घर पर आने वाले किन्नरों को नाराज करने के बजाय क्षमता के अनुरूप सहयोग प्रदान किया करते है। प्रशिक्षित किन्नरों का समूह भी इस तरह का काम मिलने से बेहद खुश है। उनका कहना है कि वे तो लोगो की हर खुशी में शामिल होकर उनकी खुशियों के उत्साह को बढ़ाते हुए ही बलैया लेने का काम करते है। अब इस काम के साथ लोगो को विभिन्न तरह का सरकारी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने में सहायता करने से लोगो में किन्नरों के प्रति व्याप्त भ्रांतियां और उनकी नकारात्मक छवि भी दूर होगी और उन्हे भी लगेगा कि इसी बहाने वे समाज की सेवा कर रहे है। प्राधिकार से प्रशिक्षण ले चुकी सोनी नाम की एक किन्नर ने लोगो तक विवाह प्रमाण, जन्म प्रमाण, आधार कार्ड, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की जिम्मेवारी मिलने पर खुशी जताते हुए कहा कि इस तरह का कार्य करने और इसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण देकर कार्य में लगाने को लेकर वह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रति दिल से आभार प्रकट करती है। इस कार्य को वह पूरे मन से करेगी और अपने कार्य से किसी को भी किसी तरह की शिकायत का मौका नही देगी।