पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में इस बार अद्भुत एकता देखी जा रही है। पहले दो चरण के चुनाव के नामांकन के दौरान ही यह एकता देखी जा रही है। दो चरण के चुनाव का नामांकन पूरा होने वाला है और अब तीसरे चरण के चुनाव का नामांकन भी प्रारंभ हो गया है।
इसमें महागठबंधन में शामिल सभी दलों राजद, कांग्रेस एवं वाम दलों के बीच खासी एकता देखी जा रही है। इसके पीछे वामदलों खास करके सीपीआई की महत्वपूर्ण भूमिका है। सीपीआई के नेताओं ने महागठबंधन के सभी दलों को आपस में एक सूत्र में पिरो कर रखा है।
इसमें सीपीआई के केंद्रीय और राज्य सचिव मंडल के नेता अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। सीपीआई के नेता रामबाबू कुमार बताते हैं कि राज्य सचिव राम नरेश पाण्डेय की महत्वपूर्ण भूमिका है । उन्होंने ही सबसे पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और कांग्रेस नेताओं को एकजुट किया और एनडीए को हराने के लिए प्रमुख रणनीति तैयार की ।
इसी रणनीति का असर है कि पहले दो चरण में जहां कहीं महागठबंधन के किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल किया वहां वामदल समेत सभी दलों के नेता कार्यकर्ता पूरे जोशो खरोश के साथ पहुंचे। झंझारपुरए बखरीए तेघड़ा समेत अन्य अनेक स्थानों पर यह एकता दिखाई दी।
तेघड़ा और बखरी में स्वयं युवा भाकपा नेता कन्हैया कुमार के पहुंचने पर पूरे माहौल में जोश भर गया। पार्टी ने पूरी तैयारी कर रखी है। का॰ अवधेश राय के नामांकन के दौरान भी कन्हैया वहां रहेंगे। वह चेरियाबरियारपुर भी महागठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में जा सकते हैं। इसी बीच मंगलवार को दीघा विधानसभा क्षेत्र की माले प्रत्याशी शशि यादव समर्थन मांगने भाकपा के राज्य कार्यालय पहुंची और अपने लिए समर्थन मांगा। वह 15 अक्टूबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।