कोरोना से मरनेवाले लोगो के परिवारों को राज्य सरकार देगी 4-4 लाख की सहायता : पूर्व मंत्री

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने कोरोना से मरनेवाले लोगो के परिजनो से सहानुभूति जताते हुए कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को चार-चार लाख की सरकारी सहायता जरुर मिलेगी।

उन्होने कहा कि वे बिहार सरकार एवं अपने नेता राज्यसभा सांसद एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के साथ सतत सम्पर्क में हैं ताकि पीड़ित परिवारों को आपदा राशि का भुगतान हो सके। कहा कि जिलेवासियों से आग्रह है कि जिनके भी परिवार में कोरोना से मृत्यु हुई है और वो कोरोना टेस्ट कराए हैं, उस टेस्ट की रिपोर्ट और मोबाइल नंबर जो रजिस्ट्रेशन के समय मे दिए थे वह लगाकर संबंधित अंचल अधिकारी के यहां आवेदन करें। जैसे जैसे आवंटन की राशि उपलब्ध होती जाएगी उन परिवारों को चार-चार लाख की सहायता राशि कागज तैयार रहने पर मुख्यमंत्री राहत कोष से भुगतान निश्चित रूप से होगा। इसके लिए बिहार सरकार प्रतिबद्ध है।

भारतीय जनता पार्टी पूरी सहानुभूति के साथ इस दुख के घड़ी में पीड़ित परिवारों को सहायता पहुचाने को प्रतिबद्ध है। मैं भी किसी जिम्मेदारी में नही रहते हुए भी अपना सामाजिक एवं मानवीय उत्तरदायित्व समझते हुए चिंतित हूं एवं हरसम्भव सहायता के लिए प्रयत्नशील भी हूं।

भाजपा के सभी मंडल अध्यक्ष, पंचायत अध्यक्ष, जिला के पदाधिकारियों से मेरा व्यक्तिगत अनुरोध होगा कि इस कार्य में पीड़ित परिवार को सहयोग करें। सभी अपने अपने क्षेत्र से पीड़ित परिवारों को अंचलाधिकारी के यहां आवेदन दिलवाने में हरसम्भव सहयोग करें तथा जहां परेशानी हो हमसे सम्पर्क करें हम पूरी सहायता करेंगे। साथ ही सभी मंडल अध्यक्ष से मेरा व्यक्तिगत आग्रह है कि कोरोना से जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनका नाम उनके उत्तराधिकारी का नाम और उनका मोबाइल नंबर का प्रखंडवार सूची बनाकर मेरे व्हाट्सएप नंबर पर भेजें ताकि हम उनकी हरसम्भव सहायता कर सकें।

केंद्र और राज्य सरकार हर तरह से सहयोग देने को तैयार है और उसी सहयोग की कड़ी में यह व्यवस्था है कि सभी मृतक जो कोराना टेस्ट कराए हैं, जिनके पास रिपोर्ट है उनके परिजन को चार लाख रुपया मिलेगा। साथ ही कोरोना पीड़ितों के इलाज के क्रम में जो भी परेशानी आ रही है, उसमें भी मैं अपने स्तर से हरसम्भव मदद कर रहा हूं तथा आग्रह करता हूं कि जिले के प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग करे क्योंकि कोरोना के साथ साथ टायफाइड के भी बहुतायत में शिकायत आ रहे हैं। जांच के उपरांत इनके चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी से भी आग्रह है कि एक विज्ञापन भी निकाले ताकि पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री राहत कोष का लाभ उठा सके।