अंग्रेजों से लड़कर जिन अधिकारों को मजदूरों- किसानों ने हासिल किया, मोदी सरकार सभी को छीन रही है : अमरजीत कौर

प्रशासन के तमाम मंसूबों को असफल करता हुआ भाकपा का धरना

मुंगेर(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। जमालपुर रेल कारखाना को बचाने एवं रेलवे के निजीकरण के खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मुंगेर जिला परिषद द्वारा घोषित विशाल धरना को प्रशासन द्वारा असफल करने के तमाम कोशिशों के बावजूद हुआ विशाल धरना।

ज्ञात हो कि घोषित कार्यक्रम के पूर्व रात में ही बने मंच और टेंट को कारखाना प्रबंधक के निर्देश पर आरपीएफ ने उखाड़ कर फेंक दिया था और धरना करने से मना ही की थी, फिर भी भाकपा के झण्डे के निचे के तमाम मजदूर और पार्टी कार्यकर्ता शहर के मारवाड़ी धर्मशाला से विशाल एवं आक्रोश पूर्ण जुलूस निकालकर जुबली कुआं होता हुआ कारखाना प्रबंधक के मुख्य गेट नंबर एक पर पहुंच धरना एवं सभा को आयोजित किया।

यहां भी प्रारंभ में आरपीएफ बोलो से नोकझोंक हुई और पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य विश्वजीत कुमार ने घोषणा की कि यह शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक व संवैधानिक कार्यक्रम है अगर इस कार्यक्रम को करने में प्रशासन और पुलिस बल अधिक व्यवधान करती है तो हमें उग्र आंदोलन करने को बाध्य होना होगा जिसकी जवाबदेही प्रशासन की होगी। उसके बाद ही पुलिस बल पीछे हटती है और धरने की कार्रवाई शुरू होती है।

धरने को संबोधित करते हुए एटक के महासचिव एवं मजदूरों की राष्ट्रीय नेता अमरजीत कौर ने कहा कि यह दुनिया मजदूरों ने अपने मेहनत संघर्षों से बनाया है इसलिए हम मजदूर भाईयों को किसी भी परिस्थिति में घबड़ाना नहीं है। आज की सरकार देश की संपदा को बेच रही है इसलिए आप लोग जो इस आंदोलन में शामिल हैं आप ही देश के सेवक व देशप्रेमी हैं। अंग्रेजों से लड़कर जिन अधिकारों को देश के मजदूरों- किसानों ने हासिल किया, आज देश की यह मोदी सरकार एक करके सभी को छीन रही है। जिसे बचाने का हम संघर्ष कर रहे हैं। आज की यही कार्रवाई देश व आम जन के हितों की रक्षा कर पायेगी।

एटक राज्य अध्यक्ष अजय कुमार ने रेल कारखाना के आधुनिकीकरण व विधुत इंजन के मरम्मती के काम की मांग की और कहा कि इसके उत्पाद को बढ़ाना ही होगा जिससे लोगों को रोजगार मिल सके। पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य विश्वजीत कुमार ने एक्ट अप्रेंटिस पास नौजवानों की बात की और कहा कि इनको काम नहीं मिलने से देश व कारखाना दोनों को नुकसान है। पार्टी के जिला सचिव दिलीप कुमार ने अध्यक्षता करते हुए रेलवे के किराये में वृद्धि व निजीकरण का सख्त विरोध किया।

धरने को इप्टा के साथियों ने का. धिरज के नेतृत्व में धरने को और प्रभावकारी बनाया और मजदूरों के पक्ष में गीत गाये। धरने को रेल मजदूर नेता चांदसी पासवान, युगल किशोर यादव, शक्तिधर प्रसाद, विरेन्द्र यादव, निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा के पप्पू यादव, एक्ट अप्रेंटिस संघर्ष मोर्चा के चंदन पासवान, एटक जिला सचिव रत्नलाल मंडल, अमरनाथ सिंह, बरियारपुर सचिव विजय रजक, जमालपुर सचिव मुरारी प्रसाद, रंजीत यादव, नौजवान नेता लखन कुमार, मसीऊद्दिन, छात्र नेता प्रिंस कुमार, पारस कुमार आदि ने संबोधित किया।