औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। देश के 1300 रेलवे स्टेशनों को स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के अनुरूप पुर्नविकसित कर वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में मल्टी मॉडल हब के समान बनाने की केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के प्रथम फेज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुरुआत किए जाने के साथ ही भारतीय रेलवे ने एक नया इतिहास रच डाला है। इस इतिहास के साथ औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के तीन रेलवे स्टेशनों का भी नाम जुड़ गया है।
योजना के फेज-1 के तहत देश के जिन 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की प्रधानमंत्री ने आधारशिला रखी, उसमें औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के तीन रेलवे स्टेशन-अनुग्रह नारायण रोड, रफीगंज एवं गुरारू भी शामिल है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम की कड़ी में स्थानीय स्टेशनों पर भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय नागरिकों की सहभागिता रही। इसी कड़ी में औरंगाबाद के अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह ने भी विचार रखें।
सांसद ने कहा कि अमृत भारत योजना के तहत रेलवें स्टेशनों के विकास में स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला का ख्याल रखा जाएंगा। स्टेशन बिल्डिंग के डिजाइन में इसकी झलक दिखाई देगी। कहा कि चूंकि औरंगाबाद की पहचान विश्व प्रसिद्ध सौर तीर्थ स्थल देव से है। इस नाते अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन में देव सूर्य मंदिर की झलक दिखेगी। इससे बाहर से यहां आनेवाले लोगों को स्टेशन को देखते ही इस बात का अहसास होगा कि अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन की सांस्कृतिक पहचान देव सूर्य मंदिर है। कहा कि देव का सूर्य मंदिर स्थापत्य और वास्तुकला की अप्रतिम कृति है। इस नाते स्टेशन पर देव सूर्य मंदिर का अक्स देखकर बाहर से यहां आनेवाले लोगों में इसे देखने की उत्सुकता जगेगी और लोग ऐतिहासिक और प्राचीन त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर को देखने जाएंगे, जिससे पर्यटन के क्षेत्र में भी औरंगाबाद की पहचान सुस्थापित होगी।
उन्होने कहा कि योजना के तहत बिहार में 49 स्टेशनों का पुनर्विकास होना है, जिसमें उनके संसदीय क्षेत्र के तीन रेलवे स्टेशन भी शामिल है। इन स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में विकसित करने का काम दो साल में पूरा हो जाएगा। कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कुल 24,700 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान है। इस प्रोजेक्ट के तहत देश के 1300 रेलवे स्टेशनों को मल्टी मॉडल हब के तौर पर विकसित किया जाना है। इसके पहले फेज में 508 रेलवे स्टेशनों पर काम की आज प्रधानमंत्री ने शुरूआत की है। आज का दिन भारतीय रेल और देश के इतिहास में ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज होगा। देश में आजादी के अमृत काल में यह पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री ने एक साथ 1300 स्टेशनों के पुर्न विकास की आधारशिला रखी है। देश को यह प्रधानमंत्री का उपहार है और इसके लिए वें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति दिल से आभार वयक्त करते है। कहा कि इन स्टेशनों में यात्रियों की आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा और स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे यात्रियों को भी काफी सुविधा होगी। दो साल के अंदर ये सभी स्टेशन पूरी तरह से बदले हुए अति आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित नजर आएंगे।