पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। प्रदेश भर में जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोगों की लगातार मौत हो रही है शराब कारोबारियों के चपेट में आकर गरीब गुरबे और युवाओं की मौत से घर का घर तबाह हो जाता है। गरीबों की मौत से बेपरवाह सरकार में बैठे नेतागण और साशन – प्रसाशन पूरे बिहार में चल रहे काले कारोबार को संचालित कर के धन उगाही में लगे हैं।
गुरुवार को बिहार युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित एक प्रेस वार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष मंजीत आनन्द साहू ने उक्त बातें कहते हुए नवादा में जहरीली शराब से हुई मौत का खास तौर से जिक्र करते हुए कहा कि नवादा में 11 लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई है बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हैं और सरकार का चेहरा दागदार होने से बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन का इस्तेमाल करके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के इशारे पर ज़हरीली शराब से हुई मौत को अन्य कारणों से हुई मौत बताया जा रहा है।
श्री साहू ने कहा कि यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है की जहरीली शराब से हुई मौत को छुपाने के लिए बिना पोस्टमार्टम ही शवों का दाह संस्कार कराया गया। आख़िर जब पोस्टमार्टम हुआ ही नहीं तो किस प्रकार अधिकारी गण बयान दे रहे हैं कि मौत जहरीली शराब सेे नहीं ब्लकि अन्य कारणों से हुई है। पोस्टमार्टम नहीं कराया जाना इस बात को साफ जाहिर करता है कि सरकार के इरादे क्या हैं ? बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिलकर सत्ता का सुख बरकरार रखने के लिए बिहार की जनता का सौदा कर चुके हैं।
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस मांग करती है कि जहरीली शराब से हुई मौत की जांच के लिए एक न्यायिक जांच कमिटि का गठन किया जाय और गलत बयानी करने वाले अधिकारी किस नेता के इशारे पर काम कर रहे हैं इसका पर्दाफाश किया जाय। यह कैसा शराबबन्दी कानून है जिसको की सरकार लागू नहीं कर पा रही है। आज गली – गली में शराब की अवैध बिक्री होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि सरकार खुद शराब बिक्री के काले कारोबार में शामिल है और इसका खामियाजा प्रदेश भर की गरीब गुरबा जनता युवा वर्ग को झेलना पड़ रहा है। नवादा की घटना की न्यायिक जांच नहीं हुई तो प्रदेश युवा कांग्रेस राज्यव्यापी चरण बद्ध आंदोलन करने को मजबूर होगी। प्रेस वार्ता में युवा कांग्रेस के दो प्रदेश महासचिव मोदस्सिर शम्स] श्री कृष्ण हरि एवं अंजिष्णु भारती, कुंदन निकम भी मौजूद रहे।