आचार संहिता उल्लंघन के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने किया पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को बरी

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट के न्यायाधीश प्रणव शंकर की अदालत ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(सेकुलर)के सुप्रीमो जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को आचार संहिता के उल्लंघन के एक मामले में बरी कर दिया।

गौरतलब है कि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व हमसे नेता संतोष कुमार सुमन ने 2015 में औरंगाबाद के कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। हमसे प्रत्याशी के रूप में नामांकन के दौरान उनपर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था। इसी मामले में एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने उन्हे साक्ष्य के अभाव में मामले से बरी कर दिया। मामले में फैसले के बाद संतोष कुमार सुमन ने कोर्ट तथा कानून के प्रति अपनी आस्था जताई।

कहा कि कानून तथा न्याय प्रणाली पर उन्हें पूरा भरोसा था। यही वजह है कि सत्य की एक बार फिर से जीत हुई है। इधर हम नेता संतोष मांझी को कोर्ट द्वारा दोषमुक्त किए जाने पर पार्टी समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील कुमार चौबे ने कहा कि न्याय की जीत हुई है। हमारे नेता संतोष मांझी कोर्ट और कानून का सम्मान करते है।