औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार सरकार के राजस्व मंत्री सह प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि राज्य के मेडिकल कॉलेज विहीन जिलों में चरणबद्ध तरीके से मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जाएंगी।
श्री मेहता ने विधानसभा के चालू बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को औरंगाबाद के कुटुम्बा के विधायक राजेश कुमार के तारांकित और पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि राज्य सरकार ने सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का नीतिगत फैसला ले रखा है। इसके तहत चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। जरूरत और आवश्यकता का भी ख्याल रखा जाएंगा। यह भी देखा जाएंगा कि पहले मेडिकल कॉलेज की कहां जरूरत है। इसके पूर्व विधायक राजेश कुमार तारांकित प्रश्न पूछते हुए कहा कि क्या स्वास्थ्य विभाग के मंत्री यह बतलाने की कृपा करेंगे कि प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल खोलने की राज्य सरकार का नीतिगत निर्णय है, लेकिन औरंगाबाद जिले में मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल खोलने की अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यदि हां तो सरकार औरंगाबाद में कब तक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल खोलने का विचार रखती है, नहीं तो क्यों?
प्रश्न के जवाब में राजस्व मंत्री सह प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि प्रश्न स्वीकारात्मक है। वस्तुस्थिति यह है कि औरंगाबाद के निकटवर्ती जिलों यथा गया में सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल एवं रोहतास में निजी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल संचालित है। औरंगाबाद में सदर अस्पताल भी संचालित है, जहां मरीजों का समुचित इलाज किया जाता है। इसके साथ ही स्वीकृत परियोजनाओं के अतिरिक्त वैसे सभी जिलों में जहां चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नहीं है, वहां चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की स्थापना पर विचार किया जा रहा है। तारांकित प्रश्न के जवाब पर पूरक प्रश्न पूछते हुए विधायक ने कहा कि महोदय आप औरंगाबाद जिले के प्रभारी मंत्री भी है। यह जिला उग्रवाद प्रभावित है। यहां के स्टूडेंट्स मेघावी है। अभी हाल के रिजल्ट्स में स्टूडेंट्स ने अपनी मेघा का परिचय दिया है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलना राज्य सरकार का नीतिगत फैसला है। फैसले के तहत औरंगाबाद में अभी तक मेडिकल कॉलेज नही खुला है। पूरक प्रश्न के जवाब में मंत्री ने कहा कि सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलना राज्य सरकार का नीतिगत फैसला है। आवश्यकता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।