देवकुंड धाम में दुधिया रौशनी में नहाएगा बाबा दुधेश्वरनाथ मंदिर परिसर, लोजपा रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष ने दी लाइटिंग के लिए राशि     

गोह(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। गोह प्रखंड में देवकुंड धाम स्थित बाबा दुधेश्वरनाथ का प्राचीन मंदिर परिसर अब रात में दुधिया रौशनी में नहाया दिखेगा। पूरे मंदिर परिसर में लाइटिंग की जाएगी। इस कार्य के लिए लोजपा रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा ने अपने व्यक्तिगत फंड से राशि देने की घोषणा की है।

यह घोषणा लोजपा नेता ने श्रावण माह की अंतिम सोमवारी पर देवकुंड धाम में भोला जागरण कमिटी द्वारा आयोजित भक्ति जागरण कार्यक्रम में की। उन्होने कहा कि देवकुंड धाम मे लाइटिंग के लिए वे अभी 50 हजार दे रहे है। यदि यह राशि कम पड़ेगी तो और भी राशि देंगे। इसके पूर्व उन्होने कार्यक्रम का शुभारंभ फीता काटकर एवं दीप जलाकर किया। इस मौके पर च्यवनाश्रम मठ के मठाधीश महंथ कन्हैयानंद पुरी, जिला पार्षद प्रतिनिधि व राजद नेता श्याम सुंदर, पौथु पैक्स अध्यक्ष शम्भू भारती, हीरो प्रसाद, चिंटू मिश्रा, राव मनीष यादव एवं मुकेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।

गौरतलब है कि देवकुंड धाम भगवान भोलेनाथ की आराधना का एक प्रमुख केंद्र है। यह स्थल महर्षि च्यवन की तपोभूमि है और यहां स्थित बाबा दुधेश्वरनाथ शिव मंदिर देश का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां नीलम पत्थर का शिवलिंग स्थित है। इस स्थल को राज्य विभाजन के बाद से बिहार का देवघर माना जाता है। यहां सावन माह में कांवरिएं पटना के गायघाट से गंगा नदी का जल लेकर बाबा वैद्यनाथ  धाम के तर्ज पर यहां भी जलाभिषेक करने पैदल ही आया करते है। सावन के पूरे महीने में यहां शिवभक्तों का रेला लगा रहता है। यह आम मान्यता है कि सावन माह में यहां आनेवाले श्रद्धालुओं और भक्तों की समस्त मनोकामनाओं को बाबा दुधेश्वरनाथ पूरी किया करते है। यह भी किवंदति है कि देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा ने प्राचीन कालखंड में औरंगाबाद में एक ही रात में देव, उमगा और देवकुंड में मंदिरों का निर्माण किया था। निर्माण कार्य के दौरान सुबह हो जाने के कारण देवकुंड का यह मंदिर अधूरा रह गया था, जो आज भी देखने से ऐसा ही प्रतीत होता है।