पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बिहार के कई जिले में जहरीली शराब पीने से लगातार हो रही मौतों पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य परिषद ने गहरी चिंता व्यक्त की है। भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने जहरीली शराब से बिहार में हुई मौतों के लिए सीधे स्थानीय पुलिस – शराब माफिया गठजोड़ व राज्य सरकार को दोषी करार दिया है।
राज्य सचिव ने आज जारी अपने बयान में कहा कि राज्य में शराब बंदी बहुत अच्छी कदम थी लेकिन आज बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। जहरीली शराब पीने से बिहार में अबतक सैकड़ों गरीब लोगों की जान चली गई है, लेकिन शराब माफियाओं पर सरकार अंकुश नहीं लगा सकी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतिया व समस्तीपुर में जहरीली शराब पीने से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है लेकिन सरकार के द्वारा अभीतक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई।
राज्य सचिव ने कहा कि सूबे के कुछ जिले में थानेदारों की पोस्टिंग मोटी रिश्वत लेकर की जा रही है। वही थानेदार अपने चैकीदारों के माध्यम से शराब बॉडर से आर-पार करवा रहा है और महीने में करोड़ो की अवैध कमाई कर रहा है। जबतक राज्य सरकार इस पुलिस व शराब माफिया गठजोड़ को नहीं तोड़ती है तबतक शराब बंदी सफल नहीं होगी।
राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा कि नीतीश कुमार को आज बताना चाहिये कि कितने बड़े शराब माफिया व दोषी अधिकारियों की गिरफ्तारी व सजा हुई है। बड़े शराब माफियाओं की पहुंच सीधे सरकार तक है जिसके कारण वे या तो पकड़े नहीं जाते या फिर छूट जाते हैं। राज्य सचिव ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी गोपालगंज के खजुबनी कांड में जिस तरह से पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया गया था उसी तर्ज पर सभी मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने और दोषियों व इसके जिम्मेदार अफसरों को चिह्नत कर कठोर कार्रवाई करने की राज्य सरकार से मांग करती है।
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