औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। दस चरणों में संपन्न हो रहे बिहार पंचायत आम निर्वाचन-2021 के चरण जैसे-जैसे समाप्त होते जा रहे है, वैसे-वैसे स्थानीय निकाय कोटे की विधान परिषद सीटों के चुनाव की सुगबुगाहट बढ़ती जा रही है।
पंचायत चुनाव के अबतक चार चरण पूरे हो चुके है और अभी छः चरण का चुनाव बाकी है। अभी विधान पार्षद पद के चनाव की तारीख भी तय नही हुई है। इसके बावजूद भावी एमएलसी उम्मीदवारों की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। दलीय आधार पर होनेवाले एमएलसी चुनाव के लिए अभी राजनीतिक दलों ने उम्मीदवार भी तय नही किये है। इसके बावजूद अलग-अलग दलों के टिकट के दावेदार बने भावी प्रत्याशी और उनके दलों के कार्यकर्ता अभी से ही चुनाव में लग गये है। भावी उम्मीदवारों के रुप में औरंगाबाद की राजनीतिक फिजाओं में अभी दो नाम हवा में तैर रहे है और दोनों की ही राजनीतिक सरगर्मियां भी जारी है। इनमें पहला नाम तो निवर्तमान एमएलसी राजन कुमार सिंह का है जिनका कार्यकाल 16 जुलाई को ही खत्म हो चुका है जबकि दूसरा नाम गया के पूर्व विधान पार्षद अनुज कुमार सिंह का है। दोनों ही अपने-अपने दल से चुनावी टिकट मिलना तय मानकर चल रहे है। जहां सीटिंग गेटिंग के कारण निवर्तमान एमएलसी राजन कुमार सिंह अपनी पार्टी भाजपा से टिकट मिलने के प्रति आश्वस्त है। वही पूर्व एमएलसी अनुज सिंह अभी है तो जदयू में लेकिन टिकट के मामलें में उनकी नजर राजद पर इस कारण है कि भाजपा के एनडीए के घटक होने और निवर्तमान एमएलसी राजन सिंह के भाजपा से होने के चलते सीटिंग-गेटिंग के आधार पर टिकट हाथ नही लगने पर भी हर हाल में चुनाव मैदान में उतर सके। वही राजद में में अनुज सिंह की बराबरी का कोई दावेदार भी नही होने के कारण वें राजद से टिकट मिलने के प्रति पूरी तरह आश्वस्त है।
यही वजह है कि दोनों की राजनीतिक सरगर्मी लगातार जारी है। इन दोनो में राजन सिंह तो यही के है। इस नाते उन्होने औरंगाबाद में ही खुंटा गाड़ रखा है। वही अनुज सिंह ने भी यहां रेगुलर कैम्प कर रखा है। इन दोनों अलावा किसी तीसरे-चौथें उम्मीदवार का नाम आ भी रहा है तो यह नाम चुनाव के हर एंगल से मजबूत नही होने के कारण जोर नही पकड़ रहा है। दोनों ही चर्चित नाम वाले भावी प्रत्याशी हर एंगल से मजबूत है और एमएलसी चुनाव की राजनीति इन्ही दोनों के इर्द-गिर्द घुमने की उम्मीद प्रबल है। दोनों ही चुनावी दौरा भी कर रहे है और पंचायत चुनाव के हर चरण का परिणाम आ जाने के बाद नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों से दिल खोलकर मिल भी रहे है। निवर्तमान एमएलसी राजन कुमार सिंह ने तो हाल में ही यहां स्थित अपने आवास पर पहले चरण में ग्राम पंचायत सदस्य के तौर पर चुनाव जीत चुके कई वार्ड सदस्यों को सम्मानित भी किया है और उनसे चुनाव में सहयोग करने का आग्रह भी किया है। साथ ही राजन सिंह के समर्थन में स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह ने तो भाजपा की जिला कमिटी की बैठक में खुलकर पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी से जुड़े लोगो को पंचायत प्रतिनिधि बनाकर एमएलसी चुनाव में राजन सिंह की जीत का मार्ग सुनिश्चित करने का आह्वान भी किया है।
ही राजन सिंह चुनाव जीत कर सामने आ रहे पंचायत प्रतिनिधियों से सीधा संवाद में अपने कार्यों का लेखा जोखा देते हुए यह कह रहे है कि वर्ष 2015 से अबतक प्रतिनिधित्व करते आ रहे है। इस दौरान उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों के हित में कई ऐतिहासिक कार्य किया है। साथ ही क्षेत्र के भी विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखा है। चुनाव जीतने के बाद उन्होने वार्ड सदस्यों का वेतन पांच हजार रुपये प्रतिमाह निर्धारित कराया। वार्ड के विकास के लिए 20 लाख से 50 लाख तक का फंड दिलवाया। पंचायत समिति सदस्यों और जिला परिषद सदस्यों को मनरेगा के माध्यम से विकास कार्य कराने का अधिकार दिलवाया हूं। साथ ही सभी प्रखंडों में सर्व सुविधायुक्त प्रखंड प्रतिनिधि भवन का कार्य भी स्वीकृत हुआ है और लगभग तीन करोड़ की राशि से इसका निर्माण होगा। अपनी ऐच्छिक निधि से 1707 सोलर लाइट लगवाने के साथ-साथ सैकड़ों चापाकल, पीसीसी सहित विकास के अन्य कई काम उन्होने कराये है। वें कहते है कि पंचायत प्रतिनिधियों के मान सम्मान का भी उन्होने ध्यान रखा है और सब दिन ध्यान रखेंगे। निवर्तमान एमएलसी को भरोसा है कि नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि उनको भरपूर सहयोग करेंगे। वें विकास के नाम पर ही चुनाव मैदान में उतरेंगे क्योकि औरंगाबाद जिले के विकास में उन्होंने ईमानदारी से काम किया है और आगे भी करेंगे।
वही उनके प्रतिद्वंदी के रुप में उभर रहे अनुज कुमार सिंह यह दावा कर रहे है कि स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों के सहयोग से एमएलसी बनेंगे तो उनकी उम्मीदों से कही अधिक बढ़कर काम करेंगे। वे बोलने से ज्यादा काम करने में विश्वास रखते है। इस नाते लोग मुझ पर भरोसा करे, मैं उनके भरोसें पर खरा उतरुंगा और किसी को भी शिकायत का कोई मौका नही दूंगा। वें कह रहे है कि भले ही औरंगाबाद में विकास कार्य के नाम पर गिनाने को अभी कुछ नही है लेकिन आगे ऐसा नही रहेंगे। वे विकास के मामले में इतिहास रच देने का माद्दा रखते है। वें यह भी कहते है कि अपने पास आनेवाले औरंगाबाद के लोगों की भरपूर मदद की है और यह निरंतर जारी रहेगा। फिलहाल जैसे-जैसे पंचायत चुनाव के हर चरण खत्म होते जा रहे है, वैसे-वैसे भावी उम्मीदवारों की सरगर्मी भी उतनी ही तेज होती जा रही है।