किसान आंदोलन में अपनी कुर्बानी देने वाले वीर किसानों को किसान सभा ने दी श्रद्धांजलि

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। तीनों किसान विरोधी काला कानून तथा प्रस्तावित बिजली विधेयक 2020 को सरकार वापस लेने की मांग के साथ इस भयानक शीतलहर से जूझते हुए लाखों किसान दिल्ली बॉर्डर पर विगत 25 दिनों से खुले आसमान में दिन रात गुजारते हुए, असह्य पीड़ा को झेल रहे हैं। किसानों के अपार कष्ट को देखकर बर्दाश्त नहीं कर सके और एक संत बाबा राम सिंह ने वहीं बॉर्डर पर आत्महत्या कर ली। अब तक 30 से ज्यादा किसानों ने अपनी शहादत दे दी है। उनकी शहादत से आज पूरा राष्ट्र शोकाकुल है तथा राष्ट्रीय स्तर पर आज पूरे देश में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

बिहार राज्य किसान सभा की ओर से आज अजय भवन, लंगर टोली पटना में उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि किया गया तथा 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि आजादी की लड़ाई में शहीद ए आजम भगत सिंह ने अपनी शहादत देकर देश को जगाया था। आज फिर पंजाब के बहादुर किसानों ने अपनी जान की आहुति देकर देश के सोये हुए किसानों को जगाया है।

उन्होंने कहा कि भारत में भाजपा को छोड़कर अधिकांश राजनीतिक दलों ने, सभी किसान संगठनों, छात्र संगठनों, नौजवान संगठनों, महिला संगठनों, खेत मजदूर संगठनों, ट्रेड यूनियनों, शिक्षकों एवं प्रोफेसर संगठनों तथा देश के जाने-माने खिलाड़ियों, लेखकों, कवियों, संगीतकारों, अभिनेताओं, फिल्म जगत के लोगों ने किसानों की मांग का समर्थन किया है।

दुनिया के अधिकांश देशों में लोग सड़क पर उतर कर किसानों के समर्थन में नारे लगाए। अमरीका और कनाडा के राष्ट्रपति ने भी किसानों की मांग को जायज कहा है। हमारी सर्वोच्च अदालत ने भी कहा कि सरकार अभिलंब इसका निदान करें। अन्यथा यह राष्ट्रीय मुद्दा बन जाएगा। फिर भी हमारे प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का दिल नहीं पसीजा। उन्हें अपनी गलती का एहसास नहीं हो रहा है। अंबानी -अडानी का गुलाम मोदी जी ने झूठा अफवाह फैलाने में माहिर अपने अंधभक्तो को किसानों को बरगलाने के लिए गांव- गांव भेज रहे हैं। नीरो की तरह राज चलाने के बजाय अभिलंब अपनी बचकाना जिद को छोड़कर किसानों की मांग को मान कर अपना कानून वापस ले लें वर्ना गांव -गांव से किसान संगठित होकर कर संसद घेरने दिल्ली पहुचेंगे।

भारत सरकार को अल्टीमेटम देने के लिए ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर 29 दिसंबर को पटना में लाखों किसान राजभवन मार्च करेंगे और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि राज्यपाल को अपना मांग पत्र सौंपेंगे। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता रामाधार सिंह उपाध्यक्ष ने की। किसान नेता रवींद्र नाथ राय, राम जीवन सिंह, लझ्मण चौधरी, गेना लाल महतो, चंदेश्वर चौधरी, अहमद अली तम्मने आदि ने संबोधित किया।