जदयू जिलाध्यक्ष ने की कोरोना से निपटने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किये गये कार्यों की सराहना

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जदयू के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने वैष्विक महामारी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बिहार सरकार द्वारा अबतक किये गये कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की है।

श्री सिंह ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों के बीच जो विश्वसनीयता कायम की है, वह स्वागतयोग्य है। कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा राज्यहित में सभी जिलों में 100 से लेकर 500 बेड तक ऑक्सीजन युक्त कोविड सेंटर एवं लिक्विड ऑक्सीजन गैस को स्पेयर करने के लिए महत्वपूर्ण जगहों पर क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंक की स्थापना कर कोरोना संक्रमण से बचाव का पुख्ता इंतजाम किया जाना सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अबतक 1 करोड़ 47 लाख युवाओं एवं बुजुर्गों का टीकाकरण कराया जा चुका है और अगले छः माह के अंदर 6 करोड़ टीकाकरण किया जायेगा। देश भर में वैक्सीन के मामले में अन्य राज्यों की तुलना में बिहार एक नंबर पर रहा है। वहीं राज्य के ग्रामीण इलाकों में 1 करोड़ 42 लाख लोगों के बीच मास्क का भी वितरण किया जा चुका है। प्रदेश की सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए हीट(एचआईटी) कोविड ऐप बनाया गया है। बिहार के इस ऐप की देश भर में प्रशंसा मिल रही है। इस ऐप के माध्यम से होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की बेहतर देखभाल में मदद भी मिलने लगी है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश भर में 1454 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले जायेंगे, जहां डाॅक्टर और सभी तरह के स्टाफ की नियुक्ति की जायेगी।

कोरोना काल में बिहार के सभी डाॅक्टर, हेल्थ वर्कर एवं नर्सेज को एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाना, संविदा पर बहाल कर्मियों को मिलने वाले वेतन में 25 प्रतिशत अतिरिक्त मानदेय देने का फैसला ऐतिहासिक है। कोरोना की लड़ाई में ब्लैक फंगस जैसी महामारी के बेहतर ईलाज के लिए पीएमसीएच में 70 बेड और आईजीआईएमएस में 100 बेड की अलग से व्यवस्था कराया जाना सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जहाँ कोरोना से मौत पर आश्रित परिवार वालों को 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने का प्रावधान किया गया है। वहीं प्रदेश भर में राज्य सरकार की ओर से गरीब एवं असहाय लोगों के लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था करायी गयी ताकि कोई आदमी भूखा न रह जाये। वहीं राज्य भर में कोरोना की त्रासदी में अनाथ हुए बच्चे एवं बच्चियों को अठारह वर्ष तक बाल सहायता योजना के तहत 1500 सौ रूपये तक भता देने का फैसला पीड़ित परिवार वालों के लिए रक्षा कवच से कम नहीं है। पूरे राज्य भर में मजदूरी करने वाले मजदूरों को मनरेगा के तहत 1532 करोड़ की राशि आवंटित की गई ताकि मजदूरी करने वाले मजदूरों को किसी भी तरह की समस्या न उत्पन्न हो। वहीं बिजली के क्षेत्र में प्रदेश भर के किसानों को पौने तीन लाख बिजली कनेक्शन फ्री देने का ऐलान किया गया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास के कारण ही बिहार में कोरोना संक्रमण का दर तेजी से 0.51 प्रतिशत पर आ गया है। कोरोना से जंग को जीतने के लिए एनडीए कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर बढ़-चढ कर हिस्सा लिया है और लोगों की मदद की है। आज वैक्सीन के सवाल पर विरोधियों द्वारा भ्रामक दुष्प्रचार कराया जा रहा है लेकिन प्रदेश की जनता उनके मंसूबे को सफल नहीं होने देगी। इसके लिए जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा प्रदेश, जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो टीकाकरण कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।